Dombivli Maharashtra News: राजनीतिक और सामाजिक ध्रुवीकरण के इस दौर में विवादास्पद घटनाओं का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। राजनीतिक समर्थकों द्वारा अपने नेताओं की महिमा बढ़ाने और विरोधियों को नीचा दिखाने के प्रयास अक्सर विवाद का कारण बनते हैं। ऐसा ही एक मामला डोंबिवली से सामने आया है, जहां एक स्थानीय नेता ने अपनी हरकतों से माहौल को गरमा दिया।
डोंबिवली में शिंदे गुट से जुड़े पूर्व नगरसेवक महेश पाटिल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रतिमा पर दूध से अभिषेक किया। इसके साथ ही, उन्होंने उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के पोस्टरों पर पेट्रोल डालकर उन्हें आग के हवाले कर दिया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिससे राजनीतिक और सामाजिक बहस छिड़ गई है।
यह घटना न केवल राजनीतिक दलों के समर्थकों में नाराजगी का कारण बनी है, बल्कि समाज में तनाव का माहौल भी पैदा कर रही है। विपक्षी दलों ने इस घटना की कड़ी निंदा की है और इसे समाज में विभाजन पैदा करने की साजिश बताया है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस प्रकार की घटनाएँ सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने और समाज को बांटने का काम करती हैं।
ऐसे समय में, जब समाज को एकता और शांति की जरूरत है, इस प्रकार की हरकतें कानून व्यवस्था के लिए भी चुनौती बन सकती हैं। स्थानीय प्रशासन से अपेक्षा की जा रही है कि वे इस घटना पर त्वरित कार्रवाई करें और जिम्मेदार लोगों को न्याय के दायरे में लाएं। यह घटना हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि राजनीति के नाम पर ऐसे विवादास्पद कदम समाज में किस प्रकार का संदेश देते हैं। समाज के सभी वर्गों को इन घटनाओं की निंदा करनी चाहिए और सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने में अपना योगदान देना चाहिए।