Rajasthan Rajiv Gandhi Yuva Mitra News: कभी राजस्थान सरकार की योजनाओं को आम जनता तक पहुंचाने का सपना लेकर निकले 5 हजार राजीव गांधी युवा मित्र अब बेरोजगारी का आलम झेल रहे है। सरकार के सामने अपने रोजगार की बहाली की बीते कई महीनों से मांग कर रहे ये युवा मित्र आज बेरोजगारी, भूख, और बेबसी की वजह से जीवन से हार मान चुके है। यही वजह है कि, उन्होंने राज्यपाल से इच्छा मृत्यु की मंजूरी को लेकर पत्र लिखा है।
राजस्थान की बीती गहलोत सरकार में नियुक्त किये गए 5000 युवा, पिछले कुछ सालों से नौकरी की बहाली की मांग कर रहे हैं। राज्य की कई योजनाओं को ज़मीनी स्तर तक पहुंचाने का काम करने वाले इन युवाओं को भजनलाल सरकार बनते ही पद-विमुक्त कर दिया गया था। अब करीब डेढ़ साल से अधिक का समय बीत चुका है, लेकिन इनकी सुध लेने वाला अब कोई नहीं है। कुछ समय पहले प्रदेश सरकार ने अटल प्रेरक भर्ती निकालने का एलान किया था।
अटल प्रेरक में नियुक्ति की मांग
अब इन युवा मित्रों की मांग है कि, उन्हें ‘अटल प्रेरक’ के रूप में नियुक्ति दे दी जाए क्योंकि उनके द्वारा पहले किया गया कार्य और अटल प्रेरकों का कार्य लगभग एक समान है। लेकिन अब तक.सरकार की ओर से कोई ठोस आश्वासन इन युवाओं को नहीं मिला है। इन 5 हजार बेरोजगारों का सीएम भजनलाल से अनुरोध है कि, इनकी परिवार की स्थितियों को ध्यान में रखते हुए इन्हें इनका रोजगार लौटा दिया जाए, जोकि करीब डेढ़ साल पहले छीन लिया गया था।
युवा मित्र संघर्ष समिति अध्यक्ष संजय मीणा कहते है कि, कई युवा मानसिक तनाव में हैं और कुछ आत्महत्या कर चुके है। इन हालातों में जब कोई रास्ता नहीं बचता तो ये युवा जीवन से बेहतर मौत को चुनेंगे। अब वे एक साथ राज्यपाल महोदय को पत्र लिखकर इच्छा मृत्यु की मांग करने जा रहे हैं।
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