डॉ उरुक्रम शर्मा
राजस्थान के मुख्यमंत्रीभजनलल शर्मा को विपक्ष जितना हल्के में ले रहा है, ये उसकी सबसे बड़ी भूल साबित होगी। भजनलाल को पर्ची वाला CM बताना, ज्यादा दिन तक कुर्सी पर नहीं रहने वाला बताकर हो प्रचार किया जाता है, भजनलाल उन सबका जवाब चुप रहकर देते है। सांप भी मार देते है और लाठी भी नहीं टूटती।
ऐसा वो पिछले दो साल से लगातार कर रहे है और विपक्ष अब तक समझ ही नहीं पा रहा। दिल्ली में पार्टी आलाकमान को खुश रखना हो या राजस्थान में जनता के हित के फैसले लेने हो, दोनों में ही बाज़ी मार रहे हैं। राजस्थान को लगातार फिट रहने का संदेश देते है। सुबह किसी भी पार्क में वॉक करने पहुंच जाते हैं। वॉक भी करते है, लोगों से हाल चाल पूछते हैं और समस्या समाधान जल्द होने का भरोसा दिलाते है। बाबा साहब भीम राव आंबेडकर के निर्वाण दिवस पर उन्होंने जो किया, वो तो विपक्ष सोच भी नहीं सका। सुबह पहले भजनलाल वॉक पर निकल गए। लोगों से बातचीत की। आंबेडकर का आज निर्वाण दिवस है और वो उनकी प्रतिमा पर श्रद्धांजलि देने पहुंच गए। विपक्ष सोकर भी नहीं उठा, उस से पहले भजनलाल ने बाबा साहब की प्रतिमा पर पुष्पांजलि कर दी। लोग हल्के बक्के रह गए। इतनी भोर में कभी किसी CM ने ऐसा काम नहीं किया। यानी आंबेडकर के प्रति सरकार का श्रद्धा समर्पण का संदेश दे दिया। राजनीति हो तो ऐसी। इसके बाद फिट हैं तो हिट हैं का संदेश लेकर वाकर्स के बीच पहुंच गए। उन्हें वाकिंग और एक्सरसाइज के फायदे गिनाएं ओर नियमित इसे करने की नसीहत भी दी, यानि मोदी की फिट रहने की सीख जन जन तक पहुंचाने का काम पूरा कर डाला। भजनलाल ने साफ बता दिया कि पॉलिटिक्स और डिप्लोमेसी में उन्हें हल्का लेने की भूल किसी के लिए भी बहुत बड़ी गलती साबित होगी। विपक्ष चाहे जितना उन्हें नीचा दिखकर अपनी राजनीतिक रोटियां सेकने की कोशिश करे, उसे कभी सफल नहीं होने देंगे। रोटियां भी तवे पर जला देंगे, जो ना खाने के काम आएगी, ना ही किसी मूक प्राणी को आहार बन पाएगी।