Sikar News: इंसान अक्सर जब पूरी दुनिया से हार जाता है, तब वह खाटू नगरी में हारे के सहारे के पास जाकर खुद को खड़ा करने की कोशिश करता है। लेकिन इसी खाटू नगरी में राजस्थान सरकार की पुलिस आमजन को रसूखदारों के सामने बेबस करने पर मजबूर कर रही है। मिली जानकारी के अनुसार सीकर जिले के खाटूश्यामजी पुलिस थाना क्षेत्र का एक विडियो सोशल मीडिया पर वायरल हों रहा है, जिसमें पुलिस रास्ते में लगी एक रेलिंग को तोड़ती नजर आ रही है। वहीं, दूसरी तरफ उसी रास्ते में लगे नवनिर्मित गेट के सामने एक युवा बेबसी में बैठा हुआ है।
खाटू नगरी में तानाशाह तंत्र
पूरा मामला खाटूश्यामजी बाजार मे स्थित गढ़ धर्मशाला का बताया जा रहा है। जंहा धर्मशाला संचालक ने अपनी रसूखदारी दिखाते हुए पुलिस के रौब में एक गरीब परिवार पर अपनी मनमानी थोपने का प्रयास किया है। वहीं पीड़ित आशीष शर्मा का कहना है कि, वह अपनी दुकान के पास अपनी पट्टेशुदा भूमि पर रेलिंग लगा रहा था। वहीं रेलिंग देख गढ धर्मशाला के संचालक ने पुलिस से मिलीभगत कर पुलिस के सहारे उस पर दबाव बनाने की कोशिश की।
सीकर पुलिस घिरी आरोपों के घेरे में
पीड़ित ने पुलिस थाने में अपने कागजात दिखाते हुए खुद की भूमि पर निर्माण होना बताया। लेकिन रींगस डीप्टी संजय व थानाधिकारी राजाराम ने पीड़ित युवक की एक ना सुनी और थाने में बंद कर रेलिंग तोड़ने की धमकी दे डाली। वहीं दूसरे दिन जैसे ही पीड़ित आशीष अपनी पत्नी को चौमूं अस्पताल दिखाने गया तो मौका पाकर पुलिस ने रास्ते में लगी रेलिंग को तोडकर वहां धर्मशाला का गेट लगवा दिया। प्रशासन से लाख गुहार के बाद भी सुनवाई नहीं हो रही है।
आमजन को आंख दिखाती पुलिस
मामले को लेकर थानाधिकारी राजाराम से बातचीत की गई तो, उन्होंने बताया कि गढ़ धर्मशाला के रास्ते में आशीष आधी रात को रेलिंग लगा रहा था, जिसकी हमें शिकायत मिली थी। शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर आशीष को चेतावनी दी गई थी। पूरे मामले को लेकर आसपास के लोगों ने बताया कि, इन दिनों पुलिस अपना रौब दिखाकर तानाशाही दिखा रही है। जो काम नगरपालिका प्रशासन का था, उसे पुलिस रसुखदारी के दबाव में आकर अपनी दबंगई से करवा रही है।