one nation one election: कांग्रेस की ओर से नहीं थम रहा वन नेशन, वन इलेक्शन’ बिल का विरोध दरसअल, केंद्रीय कानून और न्याय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल आज लोकसभा में ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ विधेयक पेश करेंगे. इससे पहले ही कांग्रेस का बयान भी आ गया है. पार्टी की ओर से जारी आधिकारिक बयान में कहा कि कांग्रेस इस विधेयक को पूरी तरह से और पूरी तरह से खारिज करती है. हम इसे पेश किए जाने का विरोध करेंगे. कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा कि हम इसे संयुक्त संसदीय समिति को सौंपे जाने की मांग करेंगे. हमारा मानना है कि यह असंवैधानिक है और यह मूल ढांचे के खिलाफ है. इसका उद्देश्य इस देश में लोकतंत्र और जवाबदेही को खत्म करना है. मल्लिकार्जुन खड़गे ने पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखकर बताया था कि कांग्रेस पार्टी एक राष्ट्र एक चुनाव के विचार पर आपत्ति क्यों जता रही है.
कांग्रेस सांसद ने आगे कहा कि एक राष्ट्र एक चुनाव विधेयक केवल पहला मील का पत्थर है, असली उद्देश्य तो एक नया संविधान लाना है. संविधान में संशोधन करना एक बात है, लेकिन नया संविधान लाना आरएसएस और पीएम मोदी का असली उद्देश्य है. हम जानते हैं कि आरएसएस इस संविधान के बारे में क्या सोचता है. “उन्होंने 30 नवंबर 1949 को इस संविधान को यह कहते हुए खारिज कर दिया था कि यह मनुस्मृति आदि के मूल्यों से प्रेरित नहीं है. एक राष्ट्र, एक चुनाव, यह तो बस पहला कदम है. असली कदम तो इस संविधान को पूरी तरह से बदलना है, इस संविधान की जगह नया संविधान लाना है. हम इसी का विरोध कर रहे हैं.”