Delhi Election 2025; दिल्ली में फरवरी में विधानसभा चुनाव होने है ऐसे में सभी राजनीतिक पार्टिया अपनी तैयारियों में जुट गई है। जहां आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है। तो वही कांग्रेस ने भी 21 सीटों पर उम्मीदवार उतर दिए है। हालांकि, पहले ये कहा जा रहा था की आप और कांग्रेस मिलकर यानि गठबंधन के तहत चुनावी मैदान में उतरेगी। लेकिन फिर बाद में आप संयोजक केजरीवाल ने ट्वीट करके ये साफ कर दिया था की आप अपने दम पर ही दिल्ली की 70 की 70 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
इस वक़्त दिल्ली में उम्मीदवार उतारने की रेस में आप सबसे आगे है। आप ने पूरी 70 सीटों पर उम्मीदवार उतार दिए है, तो वही कांग्रेस ने अभी केवल 21 सीटों पर ही उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया है,और बीजेपी अभी तक अपनी एक भी लिस्ट जारी नहीं कर पाई है । कहा जा रहा है की बीजेपी इस महीने के आखिर तक अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर सकती है। पहले उम्मीदवार उतारने के पीछे आप की ये रणनीति है कि जब तक दूसरी पार्टिया चुनाव प्रचार में लगेंगी इससे पहले ही आप के प्रत्याशी हर मोहल्ले और हर गली में जाकर लोगों से अपना संपर्क कर सकेंगे ।
अगर बात करे हाई प्रोफाइल नई दिल्ली विधानसभा सीट की तो इस सीट से आप संयोजक अरविंद केजरीवाल खुद चुनावी मैदान में है। केजरीवाल पिछले तीन विधानसभा चुनाव में इस सीट से ही जीत हासिल कर विधानसभा पहुंचते रहे है, वही कांग्रेस ने इस सीट से पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित को चुनावी मैदान में उतारा है । साल 2013 के विधानसभा चुनाव में केजरीवाल ने संदीप दीक्षित की माँ शीला दीक्षित को मात दी थी ,और तबसे ही केजरीवाल इस सीट पर राज कर रहे है। बीजेपी के लिए भी ये कहा जा रहा है की वो यह से पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के बेटे प्रवेश वर्मा को चुनावी मैदान में उतर सकती है। प्रवेश वर्मा ने खुद भी इस हवाले से एक मीडिया इंटरव्यू में कहा है की बीजेपी ने उन्हें इस सीट पर अपनी तयारिया तेज करने को कहा है । हालाँकि,अभी आधिकारिक तौर पर इसका कोई एलान नहीं किया गया है।
संदीप दीक्षित के लिए आम आदमी पार्टी के पूर्व राज्यसभा सांसद सुशील गुप्ता का कहना है “संदीप दीक्षित केजरीवाल के सामने कोई चुनौती नहीं हैं. शीलाजी के बाद संदीप दीक्षित ने नई दिल्ली सीट से कोई लगाव नहीं रखा है, दिल्ली में कांग्रेस का कोई वजूद भी नहीं है.” वही इस पर वरिष्ठ पत्रकार विनोद शुक्ला कहते हैं कि नई दिल्ली में संदीप दीक्षित की छवि साफ सुथरी और पढ़े लिखे नेता की है।
लेकिन अगर बीजेपी भी यह से प्रवेश वर्मा को चुनावी मैदान में उतार देती है , तो इस सीट पर मामला काफी दिलचस्ब और त्रिकोणीय होगा, और केजरीवाल का मुकाबला 2 मुख्यमंत्री के बेटों से होगा, वैसे भी ये कहा जाता है की जो भी इस सीट पर जीत का परचम लहराता है। वो ही मुख्यमंत्री की सीट पर बैठता है ।