डॉ उरुक्रम शर्मा
Operation Sindoor:पहलगाम में आतंकियों ने जिस तरह धर्म पूछ कर माता , बहनों और बेटियों के सिंदूर उजाड़ दिए, ठीक वैसे ही भारत मटके सपूतों ने पाकिस्तान में घुसकर पाकिस्तान को तहसनहस कर दिया। सिंधु जल समझौता खत्म करके उन्हें प्यासा मारने का फैसला कर डाला। पाकिस्तान की हुकूमत ओर वहां की आतंक परास्त सेना अब भारत की फौज से खौफ खा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण सुनकर उनकी पेंट गीली हो रही है। मोदी ने भी साफ कह दिया, मोदी शांत है, लेकिन मोदी की रगों में अब सिंदूर बह रहा है। आतंक का जवाब अब ऐसा होगा, जिसकी कल्पना ना तो आतंकियों ने की होगी ना ही आतंकपरस्त पाकिस्तानी सेना ने। आजादी के बाद मोदी ही एक मात्र ऐसे प्रधानमंत्री है, जिसमें साहस है, पराक्रम है, अपनी सेना को खुली छूट देने का कलेजा। वरना अब तक सारे प्रधानमंत्रियों का पाकिस्तान ने चैन छीन रखा है। भारत में अटल जी को छोड़कर किसी में भी हिम्मत नहीं रही। कांग्रेसी इंदिरा गांधी को आयरन लेडी बोलते है। सुनिए इस लेडी की दास्तान। 1971 के युद्ध के बाद भारत की फौज ने 93 हजार वहां के सैनिकों को युद्ध बंदी बना लिया था, पाकिस्तान ने घुटने टेक दिए थे। इंदिरा गांधी 93 हजार सैनिकों के बदले पीओके वापस नहीं ले सकी, उन बंदियों को बिरयानी खिलाई और पाकिस्तान जाने दिया। बांग्लादेश जो भारत का ही हिस्सा था, उसे पाकिस्तान से अलग करके भारत में मिलाने के बजाय अलग मुस्लिम देश बना दिया। वो बंगला देश ही अब भारत का नया दुश्मन बन गया। पिद्दी sa बांग्लादेश भारत को आंखे दिखाने लगा। अब कैसे कह सकते है कि इंदिरा गांधी ने 1971 के युद्ध में कुछ नहीं खोया। इस से पहले जवाहर लाल नेहरू ने भारत की भूमि को बंजर बताते हुए चीन को दे दिया था। उसी कांग्रेस पार्टी के युवराज आज भारत पर सवाल खड़े करते है। पूछते है कि ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने कितने और क्राफ्ट खोए। अफसोस है देश का प्रति पक्ष का नेता ऐसे सवाल करता है, वो ये नहीं पूछता कि भारत ने पाकिस्तान में।क्या क्या तबाह किया। गांधी के बयान पाकिस्तान की संसद में दिखाई जाते है और दुनिया में भारत को नीचा दिखाने की कोशिश सिर्फ एक पार्टी ओर उसके नेताओं के कारण की जाती है। दुख और अफसोस है कि देश में जब जयचंद मौजूद है तो दुश्मन की कहा जरूरत है।
मोदी ने अपने 11 साल के शासन में जिस तरह से पाकिस्तान से सारे नाते तोड़ कर उसे अंतरराष्ट्रीय मंच पर नंगा कर दिया, भिखारी बना दिया, आईएमएफ और वर्ल्ड बैंक से उनकी शर्तों पर कर्जा लेकर अपने रोजमर्रा के काम निपटा रहा है। मोदी ने राजस्थान की वीर भूमि से ऐलान किया है कि उनकी रगो में सिंदूर बह रहा है, यानी अभी बदला पूरा नहीं हुआ है। अभी तो चारों ओर से घेरकर उसे मारने कनौरा ओलन तैयार है। भारत की किसी भी कार्यवाही से बचने के लिए अब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री दुनिया के देशों में जाकर ये बताएंगे कि भारत ने उन्हें बहुत मर है, भारत को समझाओ, वरना सब कुछ तबाह हो जाएगा। मोदी ने भी अपने जांबाज नेताओं की अलग अलग टीम दुनिया के बड़े देशों में भेजी है, ताकि पाकिस्तान के आतंक का सही चेहरा सामने क्या जा सके। अब ये नया भारत है जो अपनी शर्तों पर जीता है। अमेरिका कितनी ही दोगलेबाजी करे, वो शुरू से करता भी है लेकिन भारत ने यदि चीन की तरह उसके प्रोडक्ट्स का बायकॉट शुरू कर दिया तो ट्रंप की सारी गलतफहमी दूर हो जाएगी। मोदी सिर्फ इतना सा चाहता है कि हर नागरिक देश के प्रति अपना धर्म निभाए, देश की सुरक्षा के लिए उनकी सरकार और फौज सक्षम है। बहरहाल पाकिस्तान ही नहीं पूरी दुनिया की हर पल अब मोदी के एक्शन पर निगाहें टिकी है।