Tu Hi Meri Zindagi Hai – वाह रे मेरी प्यारी डार्लिंग, तू ना होती तो मेरी क्या सबकी जिंदगी को ही धुआं लग जाता। मटियामेट हो जाती है। एक तू ही तो है, जो मेरी सुबह से रात तक की सबसे अच्छी दोस्त है। मुझे कोई चाहे कुछ भी कहे, लेकिन तू मेरा साथ नहीं छोड़ती है। मैं चाहे कितना भी बीमार हो जाऊं , पर तू मुझे पुकार ही लेती है। एक तू ही तो है, जिसके साथ मेरा सबसे ,ज्यादा समय गुजरता है। एक तेरे कारण ही तो घर में सबका मूड सही होता है और तेरी मर्जी ना हो तो तू घर में घमासान करवा देती है। घर में चाहे शादी ब्याह या कोई और सुख के पल, तू ही मेरी इज्जत बढ़ाती है।
मेरी प्रशंसा के पुल बंधवाती है। कोई मातम हो जाए तो भी तू सब ग़मों के आंसुओं को पीकर मुझे अपने पास ही रखती है। तू किसी को तकलीफ नहीं देती लेकिन सबसे ज्यादा गालियां तुझे ही सुनने को मिलती है। रोता बिलखता बच्चा हो तो मां जैसा दुलार तू ही करती है। पति का मूड खराब हो तो तू पत्नी से ज्यादा उसे मनाने का काम करती है। एक तू ही है जो सबसे साफ सुथरी रहती है। मुर्गे की बांग के साथ ही तू उठ जाती है।
तेरे कारण ही सबकी आंखे खुल पति है। बच्चे समय से स्कूल जा पाते है, पति और घर के दूसरे लोग भी सिर्फ तेरे कारण ही काम धंधे पर जा पाते है। बस, तेरा एक दोष है, तुझे सब कुछ साफ सुथरा पसंद है। गंदगी से तुझे नफरत है। हर जगह करीने से सजी हुई सब चीजें ही तेरी पसंद है। जिस घर में तू अकेले नहीं होती, वहां सिर्फ क्लेश ही होते है। तुझे किसी के बेडरूम या बालकनी में जगह पसंद नहीं। तू पालतू जानवरों को भी अपनी दहलीज पर फटकने नहीं देती है। तू मेरी जिंदगी है, मेरी जिंदगी तुझ से है। तू ही मेरी सखी, मेरी प्यारी रसोई है।
– डॉ उरुक्रम शर्मा