Jaipur News : जयपुर में 9 अप्रैल को जयपुर विकास प्राधिकरण ने अतिक्रमण के खिलाफ कार्यवाही शुबू की। इस दौरान जयपुर के झारखंड महादेव मोड़ से 200 फीट बाईपास तक अतिक्रमण हटाया। इसका मुख्य उद्देश्य लाके की मुख्य सड़क को 160 फीट चौड़ा करना है। जेडीए ने हाईकोर्ट के आदेश के बाद कार्यवाही की है। जेडीए ने जगहो के दुकान और मकान मालिकों को छह महीने पहले नोटिस भेज दिया था और लोगो से अपील की थी कि वो खुद से ही अतिक्रमण हटा दे। लेकिन स्थानीय लोग अब कार्यवाही से संतुष्ट नहीं हैं। इसके साथ ही क्षेत्र के विधायक गोपाल शर्मा ने भी JDA के खिलाफ मोर्चा खोल दिया।
कार्यवाही के चलते इलाके में भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है। यह कार्यवाही जोनल डवलपमेंट प्लान के अनुसार की जा रही है। इसके लिए जेडीए ने पांच टीमे बनाईं गयी हैं।टीम में उपायुक्त, एटीपी, तहसीलदार, इंजीनियर और प्रवर्तन अधिकारी शामिल हैं। जेडीए ने बताया है कि आज ही कार्यवाही को खत्म कर लिया जाएगा।
कार्यवाही के दौरान मौजूद जयपुर विकास आयुक्त (जेडीसी) आनंदी ने कहा कि “साल 2020 में कोर्ट में याचिका दी गई थी कि इस इलाके में काफी समय से अवैध निर्माण हुआ है और साल 2017 में नोटिस दिए जाने के बाद भी किसी ने अतिक्रमण नहीं हटाया। कोर्ट ने जेडीए को आदेश दिया कि वह जांच कर सही समय से कार्यवाही करे। हमने दिसंबर में अवैध निर्माण को दर्शा करलोगों को नोटिस दिए। इसके बाद हमसे कई लोगों ने संपर्क किया। कुछ लोगों को समस्या है लेकिन बहुत सारे लोगों ने सहयोग भी किया है। उन्होंने कहा की अभी यह मात्र 60-70 फीट चौड़ी है जो कार्यवाही के बाद 160 फीट की हो जाएगी।
कार्यवाही से स्थानीय लोगों में आक्रोश हैं। इस दौरान राजस्थान के एक रिटायर्ड पुलिस महानिदेशक नवदीप सिंह के मकान का भी एक हिस्सा तोड़ा गया है। रिटायर्ड डीजी को कार्यवाही का विरोध करने पर पुलिस ने हिरासत में लिया।
आपको बता दे की स्थानीय विधायक गोपाल शर्मा के कार्यवाही रोकने पर अधिकारियों और उनके बीच बहस हो गई। बीजेपी विधायक गोपाल शर्मा ने आरोप लगाया कि यह कार्यवाही गलत हैं और कोर्ट के अनुसार नहीं हैं। उन्होंने कहा कि ” कॉर्ड ने कभी यह नहीं कहा की लोग अतिक्रमणकारी है और इसको हटाया जाए और अपने मैं से रोड को चौड़ी की जाए , हाई कोर्ट की मंशा यह नहीं हैं। “