Jaipur News: सरकार जब किसी पर मेहरबान होती है तो, अपनी शक्तियों का सीमा के बाहर जाकर भी उपयोग करने से नहीं चूकती है। सरकारी सेवा एक बार छोड़ने के बाद वापस सरकारी सेवा में लेना बड़ा अचरज है। राजस्थान के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ.दीपक माहेश्वरी (Cardiologist Dr.Deepak Maheshwari) के मामले में ऐसा ही हुआ है। साहेब ने नौकरी छोड़ी, दूसरी जगह नौकरी की, वहां से सुविधाएं ली और वापस एसएमएस अस्पताल (SMS Hospital) में आकर कार्यवाहक प्रिंसिपल बन गए। सरकार ने पूरी मेहरबानी बरती, लेकिन कई तरह के सवाल खड़े हो गए।
साहेब पर सवाल के प्रमुख बिंदु-
- डॉक्टर दीपक माहेश्वरी ने 27 जुलाई 2016 को एसएमएस कार्डियोलॉजिस्ट के पद से इस्तीफा दिया।
- सरकार से आग्रह किया कि, 27 अगस्त 2016 के पहले इस्तीफा स्वीकार करें।
- 3. प्रिंसिपल कार्यालय से सरकार को उनका आग्रह 30 जुलाई को भेजा गया।
- 20 अक्टूबर को उन्हे सरकार से रिलीव करने का आदेश जारी कर दिया।
- इसके बाद साहेब दीपक माहेश्वरी ने सरकारी सेवा का मजाक बनाते हुए SMS के Principal को पुनः नियुक्ति के लिए अनुरोध किया।
- बहुत हास्यास्पद, 7 जुलाई 2017 को उसी पोस्ट पर फिर नियुक्ति दे दी गई। कारण बताया, डॉक्टर्स की कमी के कारण उन्हें नियुक्ति दी गई है।

साहेब पर सवाल खड़े होते हैं ये-
- जब डॉक्टर्स की कमी थी तो इस्तीफा क्यों स्वीकार किया?
- 20 अक्टूबर से 6 जुलाई 2017 तक दीपक माहेश्वरी को असाधारण अवकाश किस मापदंड पर दिया गया? जबकि इसी अवधि में वो महात्मा गांधी अस्पताल में कार्यरत थे और तमाम सुविधा ले रहे थे।
- इसके बाद 15 मार्च 2018 को राजस्थान सरकार के आदेश के अनुसार डॉ.दीपक माहेश्वरी के त्याग पत्र स्वीकार किए जाने के बाद की अवधि को सेवा में व्यवधान नहीं मानते हुए कैसे नियुक्ति दी गई?
- तत्कालीन मंत्रिमंडल की आज्ञा इस मामले में लेने का क्या उद्देश्य रहा?

सवाल, जिनके जवाब चाहिए-
- दीपक माहेश्वरी के मामले में आखिर ऐसी क्या मजबूरी रही, जो सीमा पार जाकर सरकार ने मंजूरी दी?
- 20 अक्टूबर से 6 जुलाई 2017 तक दीपक माहेश्वरी ने कहा नौकरी की? वहा से कितना वेतन लिया?
- सरकार ने दीपक माहेश्वरी को कार्यवाहक प्रिंसिपल बनाने से पहले i। बिंदुओं का ध्यान क्यों नही रखा?
- क्या SMS Hospital में योग्य डॉक्टर्स की कमी थी जो एक डॉक्टर के लिए सरकार से सब बदल दिया?
- SMS के डॉक्टर्स में आखिर ऐसी क्या कमी है, जिन्हें सम्मान नही देकर नियम विरुद्ध दीपक माहेश्वरी को उपहार दिया?
- जनता तमाम सवालों। के जवाब ही नहीं जानना चाहती बल्कि इसकी जांच भी चाहती है।
नोट: डॉक्टर दीपक माहेश्वरी से बात करने के लिए उनके कार्यालय में कई बार कॉल किया, लेकिन बात नहीं हो सकी।