Jaipur Police News: जयपुर पुलिस अक्सर अपने सराहनीय कार्यों से प्रदेश वासियों को गदगद करने का अवसर दे ही देती है। बीते दिनों जयपुर पुलिस ने कुछ ऐसा कर दिखाया, जिससे उनका यह नारा चरितार्थ हो गया, जो है आमजन में विश्वास और अपराधियों में डर। पुलिस थाना जीआरपी जयपुर ने जयपुर रेलवे स्टेशन से चोरी हुए 4 साल के अबोध बालक को किडनैपर्स से महज 48 घंटे के भीतर छुड़ा लिया और उसे उसके माता-पिता के सुपुर्द कर दिया।
जयपुर पुलिस ने न सिर्फ बच्चे को उसके मां-बाप से मिलवाया बल्कि किडनैपर्स को भी गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की। ये तो है खबर का सार और अब जान लेते है इस खबर का विस्तार। मामला 15 मार्च 2025, शनिवार का है। जब पीड़ित दंपति ने पुलिस थाना जीआरपी जयपुर पर अपने अबोध 4 वर्षीय बच्चे के किडनेप होने की सूचना दी थी। पुलिस ने भी मामले की गंभीरता को समझा और प्रकरण को दर्ज किया। तुरंत ही कार्यवाही को प्रारम्भ कर दिया।
पुलिस ने खंगाले 300 से अधिक सीसीटीवी
घटना के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए तो पता चला कि, एक व्यक्ति और एक महिला पीड़ित दम्पति के मासूम बच्चे को गोद में उठाकर जयपुर स्टेशन से बाहर ले जाते दिखे। मामला जब स्पष्ट हो गया कि, यह किडनेपिंग का है, तो पुलिस ने अलग-अलग दिशाओं में टीमों को रवाना कर दिया। पुलिस की इन टीमों ने जांच के दौरान 170 से 180 किलोमीटर के क्षेत्र में लगे करीब 325 से अधिक सीसीटीवी खंगाले तो पता चला कि, किडनैपर्स बच्चे को जयपुर में अलग-अलग जगहों से होते हुए अलवर के गांव समूची में ले गए है। इसी दौरान पुलिस को जानकारी मिली कि, आरोपी बच्चे को लेकर यूपी रोडवेज बस में गए है।
UPI पेमेंट टेक्नोलॉजी से पकड़े आरोपी
मालूम चला कि, किडनैपर्स ने बस में पेमेंट भी यूपीआई के माध्यम से किया, तो जयपुर पुलिस ने फुर्ती दिखाई और यूपीआई आईडी के जरिये किडनैपर्स की जानकारी जुटा ली और आरोपियों को मौकास्थल से धर दबोचा। अब जब दोनों आरोपी पकडे गए तो पुलिस ने उनसे किडनेपिंग की वजह पूछी। इसमें पता चला कि 28 वर्षीय आरोपी महिला जीविका की पहले नसबंदी हो चुकी है और वह बच्चे को जन्म नहीं दे सकती। इसलिए उसने अपने प्रेमी के साथ मिलकर बच्चा चोरी को अंजाम दिया। बता दें, आरोपी महिला पहले से शादीशुदा है और अपने पति को छोड़कर अपने प्रेमी सुंदर कश्यप के साथ रह रही है।