Govind Singh Dotasra statement : कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा (Govind Singh Dotasra) ने सुबह दिल्ली जाते समय दौसा में मीडिया से बातचीत की। इस दौरान उनसे किरोड़ी लाल मीणा को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने जवाब दिया की ,” साढ़ू दो तरह के होते हैं , वह दूसरे वाले हैं।”यही जवाब सुनते ही आसपास खड़े कांग्रेस समर्थक ज़ोर से हस पड़े।
डोटासरा का बयान ऐसे समय में आया हैं जब किरोड़ी लाल मीणा के रुख को लेकर राजस्थान की राजनीती में में चर्चाये हो रही हैं। बीकानेर दौरे के दौरान मीणा ने कहा था कि वह सक्रीय राजनीती में फिर से वापसी कर रहे हैं। फिर कोटा में उन्होंने बयान दिया था कि वे अब पूरी तरह से सरकार के साथ हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कृषि मंत्री के रूप में ऐसा काम करेंगे जो पिछले 10 सालों में नहीं हुआ। उनके इस ब्यान के वायरल होने के बाद यह सवाल उठा कि आखिर ऐसा क्या हुआ , जिससे उन्होंने अपने तेवर को नरम काम कर लिया हैं?
आपको बता दे कि कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने अपनी ही सरकार के खिलाफ कई बार मोर्चा खोला हैं। उन्होंने कई मौको पर अपनी ही पार्टी के नेताओ और नियमों पर सवाल उठाए हैं। लोकसभा चुनाव में बीजेपी की 11 सीटों की हार के बाद मीणा का रुख काफी आक्रमक होइ गया था।दौसा सीट पर उनके भाई को हराने के लिए, उन्होंने जनवरी में सार्वजनिक रूप से कहा था कि,”अभिमन्यु को घेरकर मारने” जैसे साजिश रची गयी, पर विवाद तो तब बड़ा हुआ जब मीणा ने अपनी ही पार्टी पर विधान सभा सत्र के दौरान आरोप लगाए।
इस बयान के बाद पार्टी को किरोड़ी लाल मीणा का व्यवहार पसंद नहीं आया। इसी कारण से भाजपा नेतृत्व ने इसे अनुशासनहीनता माना। जिसके चलते कारण बताओ नोटिस जारी हुआ। नोटिस का जवाब देते हुए मीणा ने खुद को अनुशासित सिपाही बताया , पर उनकी बयानबाज़ी नहीं थमी। सवाई माधोपुर में उन्होंने चुनाव हरने की साजिश का आरोप लगाया। लेकिन कोटा पहुंचने के बाद उनके बयानों ने फिर से रुख बदला , उन्होंने मीडिया के सवालों पर कहा कि अब पपुरानी बातों को मत कुरेदो , वो बातें अब बीत गई। अब से मैं पूरी ताकत के साथ कृषि मंत्री के रूप में काम करूँगा।
सियासी जानकारी के अनुसार पता चला की हैं किरोड़ी लाल के यू टर्न की वजह यह भी हो सकती हैं कि भाजपा अपने नेताओ की अनुशासन हीनता बर्दाश नहीं करती और ना ही किसी मंत्री को बगावत करने की अनुमति देती हैं। मीणा को सख्त संकेत दीये गए अगर ऐसा ही चलता रहा तो उन्हें अपना मंत्री पद खोना पड़ सकता हैं और अपने भविष्य की चिंता करनी पड़ सकती है। क्यूंकि उनकी बयान बाज़ियों से सरकार की छवि पर प्रभाव पड़ रहा था।
वही वक्फ संशोधन पर डोटसारा ने कहा कि,” भाजपा पार्टी को सिर्फ सिर्फ हिन्दू मुस्लिम्म करना है , यह मुद्दा आरएसएस का हैं जिसे इन्हे लागू करना हैं। देश में कई ज़रूरी मुद्दे हैं जिनपर रही हैं. एक तरफ पीएम ईद पर किट बांट रहे हैं दूसरी ओर बिल ला रहे हैं। 70 साल से ऐसे कानून की ज़रूरत नहीं पड़ी और 70 सालों से कांग्रेस ने धर्मनिरपेक्ष हो क्र काम किया हैं। भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस कांग्रेस की विचारधारा का मुकाबला नहीं कर सकती हैं।