PP Chaudhary: प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहली बार जयपुर आए। तब उन्होंने बीजेपी मुख्यालय में पार्टी के जनप्रतिनिधियों की बैठक ली। बैठक में पीएम मोदी ने नेताओं को नसीहत दी थी कि वे अफसरों से अच्छे से पेश आएं। क्योकि कई नेताओं की ओर से अफसरों के साथ बदसलूकी की खबरें सामने आई थी. जिस पर पीएम मोदी नाराज हुए थे। लेकिन पीएम मोदी की नसीहत का नेताओं पर शायद ज्यादा असर नहीं हुआ था। आए दिन ऐसे मामले सामने आते हैं जब जनप्रतिनिधियों द्वारा अफसरों के साथ अशोभनीय भाषा का इस्तेमाल किया जाता है। अब ऐसा मामला जोधपुर जिले का है। जहा अफसरों ने भाजपा सांसद पीपी चौधरी पर बैठक के दौरान गालियां बकने का आरोप लगाया है साथ ही नाराज अफसरों ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भेजा है।
दरसअल, 24 दिसंबर को जोधपुर में शहरी और ग्रामीण क्षेत्र से जुड़ी जिला विकास समन्वयं और निगरानी समिति की बैठक हुई थी। इस बैठक में सीएसआर फंड से लगाई गई सोलर स्ट्रीट लाइट को लेकर चर्चा हुई थी। इस चर्चा के दौरान पाली सांसद पीपी चौधरी ने अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए अशोभनीय भाषा और अपशब्दों का इस्तेमाल किया। अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने पर बैठक में मौजूद अफसरों और कर्मचारियों ने नाराजगी जताई। गुरुवार 26 दिसंबर को राजस्थान ग्रामीण विकास सेवा परिषद की ओर से जिला परिषद सीईओ को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया। अफसरों ने कहा कि सांसद महोदय के इस रवैये से वे आहत और हताश होने के साथ आक्रोशित भी हैं।
परिषद की ओर से दिए गए ज्ञापन में अफसरों की ओर से कहा गया कि पाली सांसद पीपी चौधरी ने अफसरों के लिए तीन बार अपशब्दों का इस्तेमाल किया। उनके द्वारा अभद्र भाषा का इस्तेमाल किए जाने से अफसरों और कर्मचारियों की गरीमा को गंभीर रूप से ठेस पहुंची है। सभी अधिकारी और कर्मचारी सरकार के निर्देशों की पालना करते हैं। सांसद के खिलाफ नाराजगी जताने वालों में जोधपुर और फलोदी जिले के सभी बीडीओ, एईएन, एडीडीबीडीओ, एबीडीओ, वीडीओ और जेई सहित अधिकारी और कर्मचारी शामिल हैं। इन अफसरों और कर्मचारियों की मांग है कि सांसद महोदय अपने गरीमाहीन शब्दों को वापस ले।
अब अफसरों और कर्मचारियों द्वारा लगाए गए आरोपो पर सांसद पीपी चौधरी ने सफाई दी है। उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा की उन्होंने किसी अफसर को गाली नहीं दी बल्कि गैर जिम्मेदार अफसरों को काम करने के लिए नसीहत दी थी। सांसद चौधरी ने कहा कि उनके पिछले कार्यकाल के दौरान ओसियां विधानसभा क्षेत्र में सीएसआर फंड से करीब 1200 सोलर स्ट्रीट लाइट लगवाई थी। इनका रख-रखाव नहीं किया गया जिसकी वजह से अधिकांश लाइटें बंद पड़ी है। सांसद ने उन लाइटों को वापस चालू करने की बाद कही थी।