Rajasthan politics: राजस्थान की राजनीति में हर दिन एक नया बवाल होता है अब ऐसे ही सवाई माधोपुर में जिला परिषद की बैठक में ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर और बामनवास की कांग्रेसी विधायक इंदिरा मीणा के बीच जमकर तकरार हुई। नोंकझोंक के बाद मंत्री नागर ने विधायक को यहां तक कह दिया कि पहले अपनी आवाज को धीमी कीजिए। इस पर विधायक इंदिरा मीणा बोली कि आप देख लेना मोदी जी एक दिन सब कुछ बेच देंगे। यह कहकर इंदिरा मीणा ने बैठक के एजेंडे के कागज टेबल पर फाड़ कर बैठक से बाहर निकल गई। इससे पहले कांग्रेसी विधायक ने भाजपाइयों को चोर तक कह दिया।
दरअसल, सवाई माधोपुर में जिला परिषद में समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में बिजली व्यवस्था को लेकर विधायक इंदिरा मीणा ने मंत्री नागर पर सवाल उठाए और पूछा कि बताएं उनके क्षेत्र में आप किसानों को कब से थ्री फेस बिजली उपलब्ध कराएंगे? किसानों को सही समय पर डीपी नहीं मिल रही हैं। इस पर विधायक की तेज आवाज सुनकर मंत्री नागर भी नाराज हो गए। वो बोले कि पहले तो आपकी आवाज को धीमी कीजिए पिछली कांग्रेस सरकार में जमकर बिजली विभाग में गालेमल हुए थे। अब भ्रष्ट और नकारा ठेकेदारों, कर्मचारियों को निकाल दिया गया है। यह सुनकर कांग्रेसी विधायक इंदिरा मीणा का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। उन्होंने भाजपाइयों को चोर तक कहा डाला। वो बोली कि देखना एक दिन मोदी जी सब बेच देंगे। इसके बाद इंदिरा मीणा ने एजेंडे के कागज टेबल पर फाड़ते हुए तमतमा कर चली गई। इस दौरान इंदिरा मीणा कि खंडार विधायक जितेंद्र गोठवाल के साथ भी जमकर तनातनी हुई।
इस बवाल के बाद कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा कांग्रेसी विधायक के पक्ष में उतर आए है। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि समीक्षा बैठक में कांग्रेस विधायक इंदिरा मीणा के साथ प्रदेश के ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर और भाजपा विधायक जितेंद्र गोठवाल द्वारा किया गया बर्ताव अत्यंत निंदनीय और गरिमा के विपरित है। भाजपा के नेताओं को किसान के हक की बात सुई की तरह चुभती है। किसानों की आवाज उठाने वाली आदिवासी महिला विधायक को अपमानित करना आरएसएस के आदिवासी और महिला विरोधी चेहरे को उजागर करता है। भाजपा सरकार अपनी नाकामियों पर पर्दा डालने के लिए ओछे हथकंडे अपना रही है लेकिन कांग्रेस का नेता और कार्यकर्ता इनसे डरेगा नहीं।