Pratap Singh Khachariyavas Statement on Diya Kumari: इन दिनों राजस्थान की राजनीति में एक मुद्दा ऐसा गरमाया हुआ है, जिसने सियासत के साथ-साथ राजपूत समाज (Rajput Community) को को भी झकझोर कर रख दिया है। मामला है, कांग्रेस नेता प्रताप सिंह खाचरियावास द्वारा दिया कुमारी पर दिया गया विवादित बयान। ऐसा बयान जो अब न सिर्फ स्वयं प्रताप सिंह के लिए बल्कि पूरी की पूरी कांग्रेस पार्टी के लिए सिरदर्द बन चुका है।
राजस्थान की उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी पर कांग्रेस के पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने जो बयान दिया, उसने पूरे राजपूत समाज को आक्रोशित कर दिया है। प्रताप सिंह के इस बयान को लेकर श्री राजपूत सभा की तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है।
जिसमें कहा गया है कि,
“यह न केवल दीया कुमारी के सम्मान पर बल्कि पूरे राजपूत समाज की गरिमा और संस्कृति पर सीधा हमला है। खेद के साथ कहना पड़ रहा है कि, आप जैसे नेता पार्टी तुष्टिकरण के लिए राजपूत समाज की मर्यादा को ठेस पहुँचा रहे हैं। यह बिल्कुल भी आपको शोभा नहीं देता। राजनीति करना आपका अधिकार है, लेकिन समाज की मर्यादा का ध्यान रखना आपका कर्तव्य भी है।”
श्री राजपूत सभा ने साफ़ तौर पर कहा है कि, वे इस बयान की कड़ी निंदा करते हैं और प्रताप सिंह से सार्वजनिक माफ़ी की मांग करते हैं। साथ ही चेतावनी भी दी गई है कि, अगर कांग्रेस नेता अपना बयान वापस नहीं लेते है, तो समाज सख्त कदम उठाने को मजबूर होगा। राजपूत सभा ने कहा है कि, नारी की अस्मिता और संस्कृति की रक्षा हमारे लिए सर्वोपरि है। राजनीति में विरोध हो सकता है, लेकिन शब्दों की मर्यादा और व्यक्तिगत सम्मान भी जरूरी है।
क्या था प्रताप सिंह का विवादित बयान
पूरा विवाद उस वक्त शुरू हुआ, जब खाचरियावास ने जयपुर में कांग्रेस के प्रदर्शन के दौरान आरोप लगाया कि, सरकार ने गोविंद देवजी मंदिर के लिए आवंटित 100 करोड़ रुपये की राशि काट दी। जबकि आईफा अवार्ड्स के लिए सरकार ने उतनी ही राशि खर्च की। इस दौरान खाचरियावास ने डिप्टी सीएम के लिए अमर्यादित शब्दों का इस्तेमाल किया था। इसी को लेकर राजपूत समाज आक्रोशित है और कांग्रेस नेता से सार्वजनिक माफ़ी की मांग कर रहा है।
– इस खबर को YouTube पर देखने के लिए इस लिंक पर Click करें।