महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष सुमन शर्मा ने कहा-समय रहते बिल्डिंग में हुई इस तकनीकी खामी का पता चल गया, जिससे एक बड़ा हादसा होने से टल गया। तकनीकि अधिकारी पूरी बिल्डिंग का निरीक्षण करने के बाद ही फैसला करेंगे कि पूरी इमारत को गिराया जाए, या इसे दुरुस्त करके उपयोग में लाया जा सकता है।
इमारत का नक्शा तक पास नहीं
जानकारों के अनुसार, जेडीए जोन-1 के एरिया में आ रही इस बिल्डिंग का निर्माण बिना नक्शा मंजूर करवाए किया जा रहा था। इस बिल्डिंग में बेसमेंट के अलावा ग्राउंड फ्लोर और समेत कुल 5 मंजिला निर्माण किया जा रहा था।
इस बिल्डिंग के सामने सामने रोड पार करते ही पेट्रोल पंप है। बिल्डिंग के दूसरी तरफ एक कॉमर्शियल बिल्डिंग बनी है। बिल्कुल पास में एक अग्रवाल ईएनटी हॉस्पिटल संचालित है।