Tourist places in Jaisalmer – जैसलमेर (स्वर्ण किला) का किला बेहद ही खास है। यह एक ऐसा किला है जिसमें करीब 4000 लोग आज भी रहते है। किले के प्रमुख हिस्से को बंद कर रखा है, जिसमें राजा-रानी का कमरा, सभा स्थल, रसोई घर और हथीरारो का कमरा आदि शामिल है। लेकिन पर्यटक दूर से इसे देख सकते है। किले को बेहद ही खास रह से तैयार किया गया। किला एक छोड़ी पहाड़ी पर बना हुआ, जहां से चारों का नजारा आसानी से देखा जा सकता है।
पटवों की हवेली
किले से कुछ दुरी पर ही पटवों की हवेली है। इस हवेली का निर्माण कार्य गुमान चंद पटवा ने शुरू किया था और बाद में उनके बेटों ने 55 वर्षों की अवधि में इसे पूरा किया। यहां आपको जालीनुमा निकासी देखने को मिलेगी, जो बेहद ही बारीकी से बनाई गई है।
गड़ीसर झील
गड़ीसर झील पर्यटको को खुश कर देती है। यहां लेजर वॉटर शो होता है, जो इसे खास बनाता है। शो में आपको जैसलमेर शहर के संस्थापकों, किला, किले पर आक्रमणकारियों के हमलों और राजपूतों के बलिदान की कहानी दिखाई जाएगी।
तनोट माता मंदिर
हर जैसलमेर आने वाले पर्यटक को तनोट माता मंदिर जरूर जाना चाहिए। यहां आज भी भारत-पाक युद्ध के दौरान पाकिस्तान की तरफ से बरसाए हुए गोले आज भी रखें हुए है। क्योंकि जो भी गोला इस मंदिर के आसपास गिरा वो फटा नहीं।
कुलधरा गांव
इस कुलधरा के बारे में ऐसाकहा जाता है कि इसमें 84 गांव शामिल थे। लेकिन बाद में आस-पास के 83 गांव यहां से गायब हो गए। यह गांव 13वीं सदी है, लेकिन आज पूरी तरह से विरान हो चूका है। लेकिन पर्यटको लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
डेजर्ट कैंप
जैसलमेर में रेत के टीलों पर पास आप यहां डेजर्ट कैंप ले सकते है। यहां कैंप में आपको हर तरह की राजस्थानी स्टाइल में सुविधा मिलेगी। रात को यहां आपको राजस्थानी लोक गीतों के साथ फॉग डांस का शानदार अनुभव होगा।
डेजर्ट सफारी
रेत के टीलों में सफारी आपकी यात्रा को दो चाँद लगा देता है। यहां कि सफारी का अनुभव बेहद ही खास होता है। यहां आपको ऊँट की सवारी और सूर्यास्त के सबसे खूबसूरत नज़ारे भी देखने को मिलेंगे।