Delhi Election 2025: दिल्ली के विधानसभा चुनाव हर बीतते दिन के साथ दिलचस्ब होते जा रहे है। जहां केजरीवाल पहले जनता को साधने और लुभाने के लिए योजनाओं की बरसात करते नज़र आ रहे थे। तो अब वही केजरीवाल ने अवाम को साधने के लिए एक नया पहलू ढूंढ निकला है। वो है आरक्षण , अब केजरीवाल आरक्षण कार्ड खेलते नज़र आ रहे है। दरअसल, गुरुवार यानि आज केजरीवाल ने प्रेस कांफ्रेंस कर आरक्षण का मुद्दा उठाया। केजरीवाल बोले पिछले दस सालो में केंद्र की बीजेपी सरकार ने दिल्ली के जाट समुदाय से चार बार ओबीसी आरक्षण देने का वादा किया, लेकिन वह वादा कभी पूरा नहीं किया गया। दिल्ली के जाट समाज को भी केंद्र की ओबीसी सूची में शामिल किया जाना चाहिए। इस मुद्दे को लेकर मैंने प्रधानमंत्री जी को एक पत्र लिखा है, जिसमें उनसे निवेदन किया है कि वे दिल्ली के जाट समाज को उनका हक दिलवाएं।
इन जातियों के लिए केजरीवाल करेंगे संघर्ष
केजरीवाल प्रेस कांफ्रेंस के दौरान बोले दिल्ली में राजस्थान के जाटों को केंद्र सरकार की संस्थाओं में आरक्षण मिलता है। और दिल्ली के जाटों को यह सुविधा नहीं मिलती। जब उनकी सरकार बनेगी, तो वे दिल्ली के जाटों को आरक्षण दिलाने के लिए संघर्ष करेंगे। जाटों के साथ साथ केजरीवाल ने ओर भी कई जातियों का भी जिक्र किया जिसमे रावत, रोनियार, राय तंवर, चारण और और जातियां शामिल हैं।
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केजरीवाल ने प्रधानमंत्री को लिखा पत्र
वही पूर्व मुख्यमंत्री ने प्रधान मंत्री को लिखे पत्र में लिखा यह पत्र एक महत्वपूर्ण विषय पर, जो आपने 10 साल पहले वादा किया था, आपको याद दिलाने के लिए लिखा जा रहा है। हाल ही में मेरी दिल्ली के जाट समाज के कई सदस्यों से मुलाकात हुई। इन प्रतिनिधियों ने केंद्र की ओबीसी सूची में दिल्ली के जाट समाज की अनदेखी को लेकर गहरी चिंता जताई। उन्होंने बताया कि आपने 26 मार्च 2015 को दिल्ली के जाट समाज के प्रतिनिधियों से मिलकर यह वादा किया था कि दिल्ली के ओबीसी सूची में शामिल जाट समाज को केंद्र की ओबीसी सूची में भी शामिल किया जाएगा, ताकि वे दिल्ली में स्थित केंद्र सरकार के कॉलेजों और नौकरियों में आरक्षण का लाभ उठा सकें।