Ambedkar controversy; कुछ वक़्त पहले गृह मंत्री अमित शाह संसद में चर्चा के दौरान बाबा साहेब आम्बेडकर को लेकर बोले थे की “आजकल नया फैशन आया है आम्बेडकर आम्बेडकर करना ,अगर इतना याद भगवान को कर लिया होता तो 7 जन्मो के लिए स्वर्ग मिल जाता” शाह की इस टिप्पणी का अंजाम ये हुआ की एक बवाल खड़ा हुआ और वो भी कोई छोटा बवाल नहीं खासा बड़ा बवाल। जिसने सियासी तपिश को इस जाड़े के मौसम में भी खासा तेज़ कर दिया है। हर जगह इस मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन किए जा रहे है। जहां विपक्ष आम्बेडकर का अपमान करने और आरोप लगा रहा है, तो सत्ता पक्ष भी चुप नहीं है। आम्बेडकर के नाम पर लड़ी जा रही इस सियासी जंग में अब नितीश कुमार और केजरीवाल भी आमने सामने आगए है।
केजरीवाल ने शाह की टिप्पणी पर चंद्रबाबू नायडू और नितीश कुमार को पत्र लिखा था अब इस पत्र के जवाब में नितीश कुमार की पार्टी जदयू ने दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर केजरीवाल को खूब खरी खोटी सुनाई। जदयू नेता संजय झा और केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने कॉन्फ्रेंस में केजरीवाल पर धोकेबाज़ी तक के आरोप लगाए। ललन सिंह बोले ‘आम्बेडकर के मुद्दे पर केजरीवाल ने नितीश कुमार को पत्र लिखा है, केजरीवाल जानते कितना है आम्बेडकर को ? आम्बेडकर को कितना जानेंगे , अन्ना हजारे को तो पहचाना नहीं , वही जदयू नेता संजय झा बोले आज तक किसी एक दलित को केजरीवाल ने राज्यसभा में भेजा? केजरीवाल के सोशल मीडिया के नवरत्न में एक भी पिछड़ा और दलित नहीं है।
संजय आगे बोले मैं ही नहीं,पूरी दिल्ली का मानना है की केजरीवाल राजनीती के नाम पर जनता के साथ धोखा कर रहे है ,दिल्ली के हालत बदतर है और इनकी राजनीती चमक रही है, उनके धोखों की लिस्ट इतनी बड़ी होगई है की उसको इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में समेटना मुमकिन नहीं है। दिल्ली में बिहार और पूर्वांचल के लाखों साथी रहते हैं. दिल्ली को बनाने में, बढ़ाने में और चलाने में हमारे बिहार और पूर्वांचल के साथियों का योगदान अहम है. केजरीवाल जी ने हमारे बिहार और पूर्वांचल के साथियों को खूब ठगा है. आज दिल्ली में कोई अगर सबसे बदतर जिंदगी जी रहा है, तो वह हमारे बिहार और पूर्वांचल के साथी हैं. केजरीवाल जी बिहार और पूर्वांचल के लोगों से नफरत करते हैं।