HMPV Virus: साल 2020 ये साल पूरी दुनिया के लिए एक बुरे ख्वाब जैसा है। 2020 के दौरान हम सब चाहते थे कि जल्दी से हमारी नींद खुले और ये ख्वाब टूट जाए। हम सब फिर से अपनों से मिल पाए, आज़ादी से घूम पाए, बच्चे स्कूल जा पाए, हम अपने घरों से बहार निकल पाए, और ऐसा हुआ भी था। लेकिन होते होते बहुत वक़्त लग गया था। आज भी इस साल के बारे में सोचने पर हम सब की रूह कांप जाती है। ऐसे में अब जब 2024 के आखिर में जिस किसी ने भी नए वायरस HMPV (ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस) के बारे में सुना, तो हर कोई फिर से खौफ में आ गया कि कई फिर से कोरोना काल जैसे हालत न हो जाए। भारत में भी इस वायरस के कई मामले समाने आ चुके है।
WHO ने दी प्रतिक्रिया
जिस पर केंद्र सरकार का कहना है कि डरने और घबराने की ज़रूरत नहीं है। तो वही अब इस पर WHO यानि वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन ने भी प्रतिक्रिया दी है। WHO कहना है कि, HMVP आमतौर पर सर्दी-जुकाम जैसे हल्के लक्षण देता है, जैसे गला खराब होना, खांसी, बुखार और नाक बहना। लेकिन कुछ मामलों में ये वायरस ज्यादा गंभीर हो सकता है, जैसे ब्रोंकाइटिस (सांस की नलियों में सूजन) या निमोनिया (फेफड़ों का इंफेक्शन)। यह खासकर बच्चों, बूढ़े लोगों और जिनका इम्यून सिस्टम कमजोर है, उनमें ज्यादा हो सकता है। ऐसे मामलों में अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत पड़ सकती है।
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क्या नहीं हैं HMPV से डरने की ज़रूरत?
WHO ने यह भी बताया कि सभी देश HMVP के बारे में नियमित डेटा नहीं देते हैं, जिससे यह जानना मुश्किल होता है कि वायरस कहां और कितना फैल रहा है। फिर भी, ज्यादातर मामलों में यह वायरस कुछ दिनों में ठीक हो जाता है और लक्षण हल्के होते हैं। ऐसे में अब WHO की प्रतिक्रिय के बाद ये कहा जा सकता है कि ये वायरस कोरोना जितना खतरनाक नहीं है। और इससे डरने की ज़रूरत नहीं है।