Rajasthan Assembly Session: राजस्थान में इस कड़ाके की सर्दी में भी एक बार फिर से गरमा गर्मी का माहौल होने वाला है। दरसअल, 31 जनवरी से 16वी विधानसभा का दूसरा सत्र शुरू हो रहा है। 31 तारीख को राज्यपाल हरिभाऊ किसनराव बागड़े का अभिभाषण होगा। जिसके बाद 1 फरवरी को अभिभाषण पर चर्चा की जाएगी। और इसी के मुताबिक देखा जाए तो 6 फरवरी को बजट पेश किया जाएगा। ये बजट सत्र काफी हंगामेदार होगा। पक्ष और विपक्ष में गज़ब की तकरार देखने को मिल सकती है। क्युकी हाल ही में भजनलाल सरकार ने गहलोत के कार्यकाल में बनाए जिलों को भी रद्द किया है।
टीकाराम जूली ने बताया किन मुद्दों पर घेरेंगे सरकार को
ऐसे में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली पहले ही कह चुके है कि, विपक्ष सत्र के दौरान तमाम मुद्दों पर सरकार की रेल बनने की तैयारी में है। जिलों को रद्द करने, इंग्लिश मिडियम स्कूल की समीक्षा सहित गहलोत सरकार के वक़्त लिए गए फैसलों और योजनाओं को खत्म करने जैसे तमाम मुद्दों पर विपक्ष भजनलाल सरकार को घेरेगा। जूली ने ये भी कहा था कि, इन सभी मुद्दों पर विपक्ष पूरा अध्ययन कर रहा है। और यही से आगे की जो लड़ाई है वो साफ होगी। जिसे लेकर विपक्ष के तमाम सदस्य एक साथ है।
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पायलट ने बजट सत्र को लेकर दी प्रतिक्रिय
वही विधानसभा सत्र को लेकर राजस्थान के उपमुखयमंत्री और कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने भी अपनी प्रतिक्रिय दी है। पायलट ने इल्जाम लगाया की भजनलाल सरकार सिर्फ भ्रम फैला रही है। जिसकी वजह से अनिश्चितता पैदा हो गई है, और जनता उससे त्रस्त है। पायलट बोले कि, सरकार को फ़ौरन अपनी बात जनता को बतानी चाहिए। सरकार ने पेपर देने वालो तमाम बच्चों का भविष्य खतरे में डाल दिया है। और जो नए जिले रद्द किए है। उसे लेकर भी जनता में काफी गुस्सा है। एक साल में सरकार ने सिर्फ वादे किए है। हम सरकार के एक साल के कार्यकाल को लेकर उसे घेरेंगे।