– डॉ उरुक्रम शर्मा
Donald Trump: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) दूसरी बार वहां के राष्ट्रटपति बने गए। दूसरी बार बनने पर वो दुनिया का सुपरमैन समझ बैठे। उनके मन में नोबेल पुरस्कार हासिल करने का पागलपन सवार हो गया। ऊलजुलू बयान देना , बार बार अपने लिए फैसले पलटना, अपनी कही बातों पर खरा नहीं उतरना अमेरिका का दुनिया मजाक बन कर रह गया। भारत पाकिस्तान युद्ध में सीज फायर का श्रेय लेने को पागल हो गया। अपने x हैंडल पर इसकी घोषणा भी कर दी। बाद में इसी बयान से पलट गए। जबकि हकीकत में पाकिस्तान ने भारत से सीज फायर का आग्रह किया था जिसे मोदी ने स्वीकार किया। सच्चाई ये है भारत ने नूर एयर बेस को तबाह कर दिया, जिस से अमेरिका का नाता है।
भारत और तबाही ना मचा दे, इसलिए पाकिस्तान घुटनों पर आया। भारत के मामले में धूल चाटने के बाद ट्रंप ने इजरायल और ईरान में सीज फायर का ऐलान कर दिया थोड़ी देर बाद ही ईरान ने इजरायल पर अटैक कर दिया। जवाब में इजरायल भी पीछे नहीं रहा। ट्रंप रोता रहा। दूसरे कार्यकाल में ट्रंप दुनिया को व्यापार सीखाने चला। मनमानी करते हुए टैरिफ तय कर दिए। चीन ने ऐसा आईना दिखाया, ट्रंप को दुम दबानी पड़ी। पूरी दुनिया में ट्रंप ने अमेरिका की किरकिरी करवा दी। ट्रंप ने पहले एलेन मास्क को सिर पर बिठाया, फिर उसके जमकर कपड़े फाड़े। खुद को नोबेल पुरस्कार हासिल करने का ऐसा भूत सवार हुआ कि पाकिस्तान ने रिकमेंड करवा दी। उसी पाकिस्तान से जहां आतंक की फैक्ट्रियां चलती है और अमेरिका में धमाके होते है। अमेरिका के लोगों को अफसोस हो रहा है कि कैसे व्यक्ति को देश की जिम्मेदारी दे दी, जो सब जगह फजीहत करवा रहा है। ईरान पर अटैक नहीं करने की बातें की और 48 घंटे में ही अटैक कर डाला।
तमाम देशों के राष्ट्रध्यक्ष अब ट्रंप की किसी बात पर भरोसा नहीं करते है। यूक्रेन के राष्ट्रपति जिलेस्की को व्हाइट हाउस बुलाकर बेइज्जती की, छोटे से देश के मुखिया ने उसी समय वोट हाउस को आंखे दिखाई और वहां से निकल गए । इस से पहले किसी देश की अमेरिका को आंखे दिखाने की हिम्मत नहीं होती थी।
G 7 देशों का कनाडा m सम्मेलन हुआ । ट्रंप उसे बीच में छोड़कर चले गए। वहां जाकर मोदी को अमेरिका होते हुए इंडिया जाने को कहा। मोदी ने एक झटके में ट्रंप का प्रस्ताव ठुकरा दिया। ट्रंप देखता रह गया। असलियत में मोदी ट्रंप की चाल समझ गए थे और ट्रंप का प्लान धरा रह गया।
अमेरिका आज सोच रहा है कि जरा से गलत आदमी को वोट देने से कितना नुकसान होता है। वहीं भारत में सही व्यक्ति को वोट देने से भारत दुश्मन को उसके घर में घुसकर मारने लगा, दुनिया में चौथी सैन्य शक्ति, चौथी आर्थिक शक्ति बनने के साथ ही दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ती हुई आर्थिक शक्ति बन गया। अमेरिका के डॉलर का वर्चस्व खत्म करने के लिए भारत के upi ने कमाल करना शुरू कर दिया। अब भारत दुनिया में व्यापार रुपए में ही करने का जो सॉलिड प्लान बनाकर काम कर रहा है, उसका आने वाले दिनों में जबरदस्त असर देखने को मिलेगा।