Tikaram jully: बुधवार यानी 4 नवंबर शाम नगरीय विकास विभाग ने एक आदेश जारी किया और प्रदेश में सफाई कर्मियों की भर्ती प्रक्रिया को रोक दिया गया दरअसल, ये भर्ती 23 हजार से ज्यादा पदों पर निकली थी हालांकि पहले जयपुर में सफाई कर्मियों की भर्ती प्रक्रिया को स्थगित किया गया था.लेकिन अब पूरे प्रदेश में इस भर्ती प्रक्रिया रोक को दिया गया है. अब इसे लेकर सियासत शुरू हो गई है टीकाराम जूली इसे सरकार की नाकामी करार दिया।
टीकाराम जूली ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘X’ पर लिखा “राजस्थान की भाजपा सरकार की विफलता एक बार फिर से सामने आई है। 23,820 पदों पर सफाई कर्मियों की भर्ती रद्द करना लाखों युवाओं की उम्मीदों पर पानी फेरने का काम है। यह सरकार की नाकामी और भ्रष्टाचार को दर्शाता है।भाजपा सरकार को बार-बार अपने आदेश वापस लेने पड़ रहे हैं, यह उनकी विफलता को दर्शाता है। अनुभव प्रमाणपत्रों में भ्रष्टाचार, भाजपा का शिष्टाचार बन गया है। यह सरकार बार-बार नियम बदल कर भी भर्ती नहीं करा पा रही है, यह उनकी अक्षमता को दर्शाता है। भाजपा सरकार ने नौकरी की उम्मीद लगाए बैठे लाखों युवाओं की उम्मीदों पर पानी फेरा है। युवाओं याद रखना, भाजपा ने 1 साल में 1 लाख नौकरी देने की बात कही थी, लेकिन अब तक कुछ भी नहीं किया गया है। यह सरकार की विफलता और झूठे वादों को दर्शाता है। मैं इस सरकार की विफलता की घोर निंदा करता हूं और राजस्थान के युवाओं से अपील करता हूं कि वे अपने अधिकारों के लिए आवाज़ उठाएं, कांग्रेस पार्टी आपके साथ खड़ी है”।
वही बीजेपी के नेता राजेंद्र राठौड़ ने सफाई कर्मचारियों की विसंगतियों से भरी भर्ती को निरस्त करने के निर्णय को स्वागत योग्य बताया. राजेंद्र राठौड़ बोले, “वाल्मीकि समाज वर्षों से स्वच्छता और सेवा के कार्य में योगदान दे रहा है. उनके हितों और अधिकारों की रक्षा करना हमारी जिम्मेदारी है. सरकार अब जो नई भर्ती निकाले, उसे इस समाज के लिए ही आरक्षित करने का फैसला ले तो उचित होगा.”