Rajasthan Politics: डूंगरपुर जिला परिषद में हुई दिशा की बैठक में दो सांसदों में हुई जमकर बदजुबानी। इसी में एक विधायक भी बीच में कूद पड़े। आपस में सबने बाहें चढ़ा ली। तू-तू, मैं-मैं होने लगी। हाथापाई की नौबत आती, इससे पहले सुरक्षाकमिर्यो ने बीच बचाव किया। बैठक जिन मुद्दों को लेकर होनी थी, वो तो हवा हो गए। लड़ने वालों में उदयपुर के भाजपा सांसद मन्नालाल रावत, डूंगरपुर-बांसवाड़ा के बाप पार्टी के सांसद राजकुमार रोत व उन्हीं की पार्टी के विधायक उमेश डामोर थे।।
बैठक में सासंद रोत ने स्कूलों की रिपोर्ट को लेकर चर्चा शुरू की। इस पर सांसद रावत ने विरोध करते हुए कहा कि यह मामला इस बैठक में शामिल नहीं किया जा सकता है। बैठक में केन्द्र की 96 योजनाओं पर ही चर्चा की जा सकती है। इस पर बात करके बैठक का समय बर्बाद करना का कोई मतलब नहीं है। समग्र शिक्षा और छात्रों के दुर्घटना बीमा पर जब अफसर बात कररहे थे, तभी रावत ने कहा कि समग्र शिक्षा का मुद्दा राज्य स्तर का है। केन्द्र की योजनाओं पर ही चर्चा करें। । सांसद रोत इस पर बिफर गए। उन्होंने कहा, मीटिंग चाहते हो या इसे बर्बाद करना चाहते हो। तुम बताओगे क्या, मीटिंग कैसे चलेगी।
रावत भी इस पर गर्म हो गए। उन्होंने कहा, तमीज से बात करो। तुम किसे बोल रहे हो। तुम क्या होता है। मैंने संविधान औऱ नियमों की ही तो बात की है। अपनी पार्टी के सांसद से तू-तू मैं -मैं होती देख बाप पार्टी के विधायक उमेश डामोर तैश में आ गए और उन्होंने रावत से कहा, लड़ना है तो बाहर आ जाओ। मैदान में खुलकर आओ। सांसद रावत ने कलेक्टर को इंगित करते हुए कहा, ये क्या हो रहा है। ये क्या व्यवस्था है। उन्हें धमकी दी जा रहीहै।
इसका रोत ने विरोध करते हुए पूछा, कौन धमकी दे रहा है। इस पर रावत और गर्म हो गए। कहा, बहरे हो क्या। डामोर ने कहा, राजनीति करनी है तो बाहर जाओ। सांसद रावत ने कहा, यह सरकार का आर्डर है। इसके अनुसार ही चर्चा होनी चाहिए। रोत ने कहा, इससे कोई मतलब नहीं है। हमें डूंगरपुर की चिन्ता है। सांसद रावत ने जवाब दिया, सबको सबकी चिन्ता है। इस प्रकार तू तू-मैं मैं करके बात करते हैं। डूंगरपुर का क्या हाल हो रखा है।
डामोर से यह सब सहन नही हुआ तो उन्होंने रावत से कहा, भाषण देना हो तो मीटिंग से बाहर जाओ, आतंक मत फैलाओ। किसने बनाया, डूंगरपुर को धमकी देने वाला। हम सही बात कर रहे हैं, जिसे ये आतंक बोल रहेहैं। रोत ने अपने विधायक से कहा, इनका उद्देश्य बैठक को बर्बाद करना है, आपचुप हो जाओ।