kota: राजस्थान का कोटा जिसे शिक्षा की नगरी कहा जाता है, लेकिन इसी शिक्षा की नगरी से हर दिन एक दिल दहला देने वाली खबर मिलती है और वो खबर होती है छात्रों के सुसाइड की, कोटा जहा बच्चे जाते तो है अपने सपनो को सच करने है लेकिन उनमे से कई बच्चे ऐसे है जो अपने सपनो को सच करने की दौड़ में इतना आगे निकल जाते है की फिर दोबरा घर नहीं लौटते।
अभिषेक जेईई की तैयारी में जुटा था
हाल ही में कोटा से कई बच्चो के सुसाइड की खबर मिली, और अब एक और नया मामला सामने आया है, मध्यप्रदेश के गुना जिले के रहने वाले अभिषेक लोधा ने अपनी जिंदगी को फंदा लगाकर खत्म कर लिया, अभिषेक ने ये कदम क्यों उठाया इसकी अभी कोई जानकरी सामने नहीं आई है बता दे अभिषेक जेईई एडवांस की तैयारी कर रहा था, और वो कोटा के विज्ञान नगर इलाके में मौजूद अंबेडकर नगर में एक पीजी में रहता था और उसने अपनी पीजी के ही कमरे में अपनी जिंदगी को खत्म कर लिया।
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24 घंटे के अंदर छात्र के सुसाइड का दूसरा मामला
बता दे की कोटा में 24 घंटे के अंदर छात्र के सुसाइड का ये दूसरा मामला है, इसे पहले बुधवार की सुबह हरियाणा के महेंद्रगढ़ में रहने वाले नीरज ने भी फंदा लगाकर अपनी जिंदगी को खत्म कर दिया था, नीरज का पोस्टमार्टम भी नहीं हुआ था उसे पहले ही अभिषेक ने ये कदम उठा लिया, लेकिन ये बच्चे अपनी जिंदगी खत्म करने के साथ एक सवाल छोड़ जाते है सवाल ये की आखिर बच्चो पर इतना दबाव डालता कौन है इनके माता-पिता ये वो कोचिंग संस्थान जहा ये पढ़ाई करते है, अब ज़रूरत प्रशसन को है वो इन बच्चो की जिंदगी बचाने के लिए कोई ठोस कदम उठाए।