Mehndipur Balaji mandir: हनुमान जयंती के दिन लोग मंदिरों सुबह से लंबी कतारों में खड़े नजर आते है। इस दिन बहुत लोग तो राजस्थान के मेहंदीपुर बालाजी जाने का प्रोग्राम बनाते है। ताकि मेहंदीपुर बालाजी जाने से उनको बालाजी का विशेष आशीर्वाद मिल सके। अगर आप भी 12 अप्रैल को करौली के मेहंदीपुर बालाजी जाना चाहते हो तो यह ट्रैवल गाइड आप सब के लिए बेहद अच्छी साबित हो सकती है। यहां पर आपको हर चीज की जानकारी मिल जाएगी। जो आपके घर से लेके वहा पहुंचने तक सभी जानकारी मिलेगी।
मेहंदीपुर बालाजी जाने खत्म हो जाते है। सभी दुःख
12 अप्रैल देशभर में हनुमान जयंती मनाई जाएगी। ऐसे में अगर आपको करौली के मेहंदीपुर बालाजी जाना है तो उसकी योजना आपको एक दिन पहले पहले बनानी पड़ेगी। कहा जाता है कि इस मंदिर में जाने के लिए आपको अपने मन को शांत रखना चाहिए। मन में किसी भी प्रकार का पाप नहीं लाना चाहिए। जो साफ़ मन से जायेगा उसकी सभी मनोकामना पुरु होती है, और उसके सभी दुःख दूर हो जाती है।
कहा पर है मेहंदीपुर बालाजी मंदिर
मेहंदीपुर बालाजी मंदिर में हर कोई जाना चाहता है, पर क्या आपको यह पता है यह मंदिर आखिर है कहा पर अगर नहीं जानते है आगे देखिए। मेहंदीपुर बालाजी मंदिर राजस्थान के करोली जिले में स्थित है। लोंगो की मन्यताओ के अनुसार यहां पर आने से भूत-प्रेत दूर हो जाते है, जिससे वह कई सालों से परेशान हैं। इस मंदिर में आने से लोंगो को एक अलग ही ऊर्जा मिलती है।
कैसे पहुंचे मेहंदीपुर बालाजी मंदिर
12 अप्रैल हनुमान जयंती पर आप करौली के मेहंदीपुर बाला के दर्शन करना चाहते है, तो यह धार्मिक यात्रा आके लिए बहुत लाभदायक होने वाली है। क्योकि अन्य से राजस्थान में बहुत बसे आती है। वही पर आप बिहार जैसे राज्यों से आ रहे है। आपको यहां पर पहुंचने के लिए ट्रेन की सहायता लेनी पड़ेगी। जिसके लिए आप सबको बांदीकुई रेलवे स्टेशन पर उतरना पड़ेगा। मेहंदीपुर बालाजी मंदिर यहां से करीब 35.4 किलोमीटर दूर पर स्थित है। यहां पर पहुंचने एक आपको बस या टैक्सी मदद की जरूरत पड़ेगी।
मेहंदीपुर बाला जी मंदिर में आप कहां रुके
करौली के मेहंदीपुर बालाजी मंदिर बहुत सारी धर्मशालाएँ बनाई गई है। अगर आप यहां पर रुखना चाहते है तो AC और नॉन-AC दोनों तरह के कमरे मिलेंगे। जो बहुत ही अच्छे और सुरक्षित है। यह धर्मशालाएं मंदिर के पास में ही है। यहां से आपको मंदिर जाने में कोई परेशानी भी नहीं होगी।