loksabha news: “ठेकेदार गड़बड़ी करेगा तो बुलडोजर के नीचे डलवा दूंगा” ये शब्द है केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी के दरसअल, नागौर लोकसभा सांसद और आरएलपी संयोजक हनुमान बेनीवाल ने बीते गुरुवार को लोकसभा में दिल्ली- मुंबई एक्सप्रेसवे में तकनीक खामियों पर सवाल पूछा. साथ ही राजस्थान के विभिन्न जिलों से गुजर रहे इस एक्सप्रेसवे के लिए अवाप्त की गई सिंचित भूमि का कम मुआवजा देने का भी मुद्दा उठाया. उनके इस सवाल पर केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी जवाब देते हुए बोले कि अगर ठेकेदार गड़बड़ी करेगा तो बुलडोजर के नीचे डलवा दूंगा. दरसअल बेनीवाल ने मंत्री गडकरी के लिखित जवाब पर पूरक सवाल पूछा था. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने देश की आधारभूत संरचना का उत्कृष्ट उदाहरण बताते हुए जिस दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के पहले फेज का उद्घाटन 12 फरवरी 2023 में किया. यह देश का सबसे बड़ा एक्सप्रेसवे है, जिसके निर्माण में 1 लाख करोड़ रुपए व्यय का बजट रखा गया. उस एक्सप्रेसवे के घटिया निर्माण की सच्चाई चंद महीनो में उजागर हो गई.
वही लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के सदन में लगातार सांसदों पर तीखें तेवर जारी है। बीते दिनों संसदीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल को खरी खरी सुनने के बाद बिरला ने नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल पर भी तंज कस दिया। बेनीवाल ने जब दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस हाईवे को लेकर मुद्दा उठाया तो इसमें परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के जवाब देने के बाद भी बेनीवाल नहीं रुके, तो बिरला ने उन्हें चुप कराने के लिए तंज कस दिया। बिरला बोले कि ‘आप कोई टेक्निकल इंजीनियर थोड़े हो? बस जो भी आता है, वही पढ़ लेते हो। ‘बता दें कि बीते दिनों लोकसभा की कार्रवाई के दौरान संसदीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल पर भी लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने आपत्ति जताई दरसअल, संसदीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल दूसरे मंत्रियों के जवाब प्रस्तुत कर रहे थे। जिस पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने आपत्ति जताई। वो बोले कि ‘मंत्री जी यह प्रयास कीजिए कि जिन मंत्रियों का नाम कार्य सूचना में शामिल है। वह खुद सदन में उपस्थित होकर जवाब दें, नहीं तो सभी के जवाब आप ही दे दो।‘ बिरला की फटकार सुनने के बाद संसदीय कार्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल भी सन्न रह गए थे।