देश में कोरोना के बाद पहली बार हवाई संकट गहराया है।तीन लाख से ज्यादा हवाई सफर करने वाले यात्रियों को बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहाहै।चेन्नई, मुंबई, दिल्ली जैसे एयरपोर्ट पर लोगों की बेबसी देखी हई। मौटे अनुमान के तौर पर पिछले चार दिन में 2000 से ज्यादा इंडिगो की फ्लाइट्स कैंसिल हुई है। अगले 10 दिनों में इस समस्या का कुछ हल संभव है। हवाई यात्री पिछले पांच दिन से परेशान हो रहे हैं, यह सभी इंडिगो एय़रलाइन्स के हैं। शनिवार और रविवार को इंडिगो की स्थिति और बिगड़ सकती है। दोनों दिनों में इंडिगो करीब 25 फीसदी फ्लाइट्स या तो रद्द कर देता है, या लेट हो सकती है।
अभी 10 दिन और लगेंगे सेवाएं नार्मल होने में
सिविल एविएशन मिनिस्टर राम मोहन नायडू ने कहा कि नए FDTL नॉर्म्स 1 नवंबर से लागू हैं, लेकिन किसी अन्य एयरलाइन को दिक्कत नहीं आई, जिससे स्पष्ट है कि गलती इंडिगो की है। एयरलाइन की लापरवाही की जांच होगी और एक्शन तय है। इंडिगो का कहना है कि फ्लाइट ऑपरेशन सामान्य होने में 10 दिन का समय लगेगा।
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने एयलाइंस, खासकर इंडिगो को 10 फरवरी 2026 तक अस्थायी राहत दी है। वीकली रेस्ट के बदले कोई भी छुट्टी नहीं देने के फैसले को वापस ले लिया गया है।
पायलटों और क्रू मेंबर्स को आराम देना जरूरी
DGCA ने 1 नवंबर से पायलटों और अन्य क्रू मेंबर्स के काम से जुड़े नियमों में बदलाव किए थे। इसे फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नाम दिया गया है। इन्हें दो चरणों में लागू किया गया। पहला चरण 1 जुलाई को लागू हुआ। वहीं 1 नवंबर से दूसरा चरण लागू हुआ। नए नियमों में यात्रियों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए पायलटों और क्रू को पर्याप्त आराम देने पर जोर दिया गया है। इस कारण एयरलाइन कंपनियों के पास पायलटों और क्रू मेंबर्स की अचानक कमी पड़ गई है।