Jaipur News: राजस्थान की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और शिल्पकला को होटल इंडस्ट्री से जोड़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल के तहत, देश के विभिन्न शीर्ष 5-स्टार होटलों की 150 से अधिक कंसीयर्ज टीमों ने राजस्थली एम्पोरियम, जयपुर का भ्रमण किया। इस विशेष अवसर पर मेहमानों को राजस्थान की विविध और प्राचीन हस्तकलाओं से रूबरू कराया गया। सभी मेहमानों का पारंपरिक तिलक लगाकर और हाथों में गुलाब के गुलदस्ते देकर आत्मीय स्वागत किया गया, जिससे राजस्थान की संस्कृति और आतिथ्य परंपरा की झलक उन्हें मिली।
इस अवसर पर, चरणस्पर्श फाउंडेशन की अध्यक्ष माया ठाकुर द्वारा संस्था की त्रैमासिक पत्रिका ‘रसायन’ का लोकार्पण किया गया। चरणस्पर्श फाउंडेशन को यह सौभाग्य प्राप्त हुआ है कि वह ‘रसायन’ जैसी त्रैमासिक पत्रिका के माध्यम से भारत की आत्मा को उसकी कला, संस्कृति और शिल्प के माध्यम से सम्मान दे सके। यह पत्रिका हमारे कारीगरों की अनमोल यात्रा — उनके संघर्ष, परंपरा और निपुणता को समर्पित है, जिसे सहेजने, बढ़ाने और भारत की जड़ों को सशक्त करने की हमारी प्रतिबद्धता से जोड़ा गया है।
‘रसायन’ के माध्यम से चरणस्पर्श फाउंडेशन प्रेरणादायक कारीगर कहानियाँ, ODOP (One District One Product) और GI (Geographical Indication) से जुड़े शिल्पों को उजागर करता है, और पारंपरिक विधाओं को समकालीन दृष्टिकोण के साथ पुनर्जीवित करने का प्रयास करता है। यह केवल एक पत्रिका नहीं, बल्कि एक सांस्कृतिक आंदोलन है — अपनी विरासत से जुड़ने, कारीगरों को पहचान देने और भारत की रचनात्मक अर्थव्यवस्था के भविष्य को पोषित करने का। ‘रसायन’ — कला और जीवन का वह संगम है, जहाँ हर पृष्ठ में मिट्टी की खुशबू, विरासत के रंग और उन हाथों की लय है जो भारत को गढ़ते हैं।
कंसीयर्ज प्रतिनिधियों ने राजस्थली में ब्लू पॉटरी, ब्लॉक प्रिंटिंग, मीनाकारी, मकराना मार्बल, टेराकोटा, हथकरघा वस्त्र और अन्य शिल्पों का अवलोकन किया। इस पहल का उद्देश्य है कि होटल इंडस्ट्री अपने मेहमानों को न केवल राजस्थान की भव्यता, बल्कि उसकी आत्मा — उसके शिल्प से भी जोड़ सके। कार्यक्रम के अंत में, सभी मेहमानों को राजस्थान के ODOP उत्पादों से संबंधित विशेष उपहार भेंट किए गए, जिससे उनके साथ भारत की विरासत का एक भावनात्मक और कलात्मक अंश भी जुड़ गया।