Bhajanlal Sharma news: राजस्थान के सीएम भजनलाल शर्मा का दिसंबर महीने में 1 साल का कार्यकाल पूरा होने वाला है। और इसे लेकर सरकार में कार्यकाल के जश्न की तैयारियां चल रही है। इस बीच सीएम भजनलाल ने अपना 24 साल पुरानी एक तस्वीर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर कि है। तस्वीर तब की है जब वो सरपंच बने थे उनके सरपंच बनने की इस तस्वीर पर लोगों की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। और इन्हीं में से एक प्रतिक्रिया तंज भरे अंदाज में आई जो दी है प्रदेश कांग्रेस के महासचिव और प्रवक्ता जसवंत गुर्जर की। बता दू भजनलाल शर्मा साल 2000 में पैतृक गांव अटारी के सरपंच बने। और उन्होंने इसी दौर की तस्वीर एक्स पर शेयर की। अब इसी तस्वीर पर कांग्रेस नेता ने तंज कसते हुए बीजेपी सरकार को घेरने की कोशिश की है। जसवंत गुर्जर बोले कि ‘आप जिस संविधान के संशोधन के नियम से सरपंच बने, लेकिन आज उसकी पालना नहीं हो रही है। यह आपके कथनी और करनी में अंतर को दर्शाता है’
दरसअल, भजनलाल सरकार इस बार राजस्थान में वन स्टेट वन इलेक्शन के फॉर्मूला को लागू करने की तैयारी में है। इसके चलते सरकार ने दिसंबर और जनवरी महीने में पंचायत राज और नगर निकाय के चुनावों को टाल दिया है। सरकार ने हाल ही में पंचायत और नगर निकायों पर उनका कार्यकाल पूरा होने के बाद प्रशासकों की नियुक्ति कर दी है। इसके तहत राजस्थान के 49 शहरी निकायों और 7463 ग्राम पंचायत में फिलहाल चुनाव टाल कर नए फॉर्मूले पर काम करने जा रही है। इसी को लेकर कांग्रेस भजनलाल सरकार को घेर रही है।
वही सीएम भजनलाल शर्मा की यह तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। यह तस्वीर उन्होंने खुद अपने सोशल मीडिया एक्स पर शेयर की। इसमें उन्होंने लिखा कि ‘यह अविस्मरणीय तस्वीर उस ऐतिहासिक क्षण की साक्षी है, जब वर्ष 2000 में पैतृक गांव अटारी का सरपंच निर्वाचित हुआ था। तस्वीर में परिलक्षित जन-जन के मुख्य मंडल पर विद्यमान हर्षोल्लास, बुजुर्गों का आशीर्वाद और युवाओं के उत्साहपूर्ण, सहभागिता, भारतीय लोकतंत्र की जीवंत परंपरा का प्रतीक है। सीएम ने आगे लिखा कि आज राजस्थान के मुख्यमंत्री के गरिमा मय दायित्व का निर्वहन करते हुए वह प्रेरणादायक क्षण मेरे मानस पटल पर सदैव अंकित है। यह मेरी राजनीतिक यात्रा का महत्वपूर्ण पड़ाव था।
सीएम भजनलाल इस तस्वीर को लेकर अब कांग्रेस ने सियासत शुरू कर दी है। प्रदेश कांग्रेस के महासचिव जसवंत सिंह गुर्जर ने अपने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि ‘यह अच्छा पोस्ट…किंतु आप जिस संविधान के 73-74 वें संशोधन के नियम से सरपंच बने, आज उसकी पालना आपके मुख्यमंत्री रहते नहीं हो रही हैं, स्थानीय निकायों में प्रशासक लग चुके और पंचायत राज के चुनाव में प्रशासक लगाने की पर्ची निकालने की तैयारी नौकरशाही कर रही है, जो आपके सम्बंध के विचार कथनी करनी का अंतर बताती है।