Rajasthan News: जयपुर, जोधपुर और कोटा के अब एक एक ही महापौर होगा। पूरे प्रदेश में सभी नगर निकाय के चुनाव भी एक साथ ही होंगे। इस से पहले सभी वार्डों का नए सिरे से गठन होगा। ऐसा होने से बरसों से वार्डों की राजनीति करने वालों के सपने टूटेंगे और बड़ी संख्या में नए नेताओं का जन्म होगा। महिलाओं को इस से काफी फायदा होगा। नगर निकायों में फिलहाल महिलाओं को 50 फीसदी आरक्षण है।
नगरीय विकास मंत्री हरलाल सिंह खर्रा इस समय जबरदस्त बैटिंग करने में लगे है। शहरों का विकास होना जरूरी है, लेकिन बरसात ने शहरों की सड़कों को जिस तरह से उधेड़ा है। सड़कें गायब और गड्ढों की सड़क हो गई। कोई प्रसूता अस्पताल जाने से पहले ही इनकी वजह से या तो रास्ते में ही नवजात को जन्म दे सकती है, इस से ज्यादा खतरा तो उनकी जान को है। कब सड़कें सुधेरगी ये तो अभी सरकार कुछ नही बोल रही लेकिन जनता शासन और नेताओं को गालियां देने से नहीं चूक रही। ऐसा होने की वजह जयपुर में दो नगर निगम होना है। दोनो एक दूर पर टालते रहते और जनता की मजाक बनती रहती है।
यही सोचकर अब एक शहर एक निगम का फैसला किया गया है। मेयर इस वर्ग से होगा इसकी भी नए सिरे से लॉटरी निकाली जाएगी और वार्ड इस वर्ग का होगा उसकी भी। 91 निकायों में समय से पहले, 56 में सही समय पर चुनाव होंगे।
कहां नहीं होंगे नवंबर में चुनाव
भरतपुर, बीकानेर,उदयपुर, पाली और अलवर, ब्यावर, भिवाड़ी, बांसवाड़ा, बाड़मेर, बालोतरा, चित्तौड़गढ़, चूरू, गंगानगर, हनुमानगढ़, जैसलमेर, जालौर, झुंझुनू ,मकराना, सीकर, सिरोही, टोंक, पुष्कर, नसीराबाद, थानागाजी l,परतापुर, छबड़ा,मंगलौर,रूपवास, निंबाहेड़ा, रावतभाटा, राजगढ़, महुआ,सूरतगढ़, भीनमाल विशाल पिलानी फलोदी, कैथल, सांगोद, डीडवाना, सुमेरपुर, आमेट, नाथद्वारा, नीमकाथाना, खाटू श्याम जी, माउंट आबू, पिंडवाड़ा, शिवगंज, कानोड़।