Ajmer Dargah news: अजमेर दरगाह में ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती का 813वां उर्स मनाया जाएगा हर साल की तरह इस साल भी शान और शौकत से उर्स भरेगा. इसी महीने 28 दिसम्बर को उर्स का झंडा चढ़ेगा और 2 जनवरी से उर्स की शुरुआत होगी और इसी को लेकर दरगाह में उर्स की तैयारियां भी जोरों पर है. वहीं, पुलिस ने इलाके में सुरक्षा भी बढ़ा दी है. लगातार आसपास के इलाकों में रह रहे संदिग्ध लोगों का पुलिस द्वारा सर्वे किया जा रहा है.
बता दें कि राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने अजमेर जिला पुलिस को दरगाह के आसपास के इलाकों में रहने वाले बांग्लादेशी, रोहिंग्या और संदिग्ध लोगों को चिन्हित करने के लिए आदेश जारी किए थे. पुलिस के मुताबिक, अगर कोई होटल मालिक या मकान मालिक अगर किसी शख्स को कमरा दे रहा है तो किराएदार के तमाम पहचान संबंधित दस्तावेज उसे लेने होंगे और संबंधित पुलिस थाने में जमा करने होंगे. अगर कोई अपराधिक प्रगति का शख्स किसी के मकान में रह रहा है और वह मकान मालिक उसकी डिटेल थाने पर नहीं देता है तो मकान मालिक के खिलाफ नियम के मुताबिक़ कार्रवाई भी की जाएगी.वही आस-पास के पहाड़ी इलाकों पर रह रहे लोगों का डोर टू डोर सर्वे किया जा रहा है. उनके दस्तावेजों की जांच की जा रही है. जो लोग बाहर से आकर रह रहे है और उनके पास डॉक्यूमेंट नहीं है, पुलिस ऐसे लोगों को चिन्हित कर रही है.
दरगाह के भीतर में शिव मंदिर का दावा करने वाली याचिका कोर्ट में स्वीकार होने पर खादिमों की संस्था अंजुमन सैयद जादगान के सचिव सैयद सरवर चिश्ती ने अपनी बात रखी. वो बोले कि किसी एक के कोर्ट में वाद दायर करने से कोई फर्क नहीं पड़ा है. यहां ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह है, यहां पर सभी जाति और धर्म के लोग आते हैं. यह हिंदुस्तान हिंद की दरगाह है. तमाम मजहब को जोड़ती है, जो हिंदुस्तान की भारतीय संस्कृति और सभ्यता का प्रतीक है.