Rajasthan Politics; कांग्रेस पार्टी में वैसे तो माना जाता है की 2 गुट है ,पायलट गुट और गहलोत गुट लेकिन कई सालो के बाद एक बार फिर राजस्थान कांग्रेस में एक खुशनुमा नजारा देखने को मिला। जहां जयपुर में बीजेपी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में दोनों ही गुट के नेता एक ही मंच पर एक साथ नज़र आए, ऐसे नजारे 2018 से पहले तक देखना कोई नई बात नहीं हुआ करती थी। लेकिन अब ये बहुत दुलर्भ नजारे होगए है।
प्रदर्शन के दौरान बीजेपी के खिलाफ विरोध की कम और कांग्रेस की एकजुटता की ज्यादा चर्चा रही हालांकि , नेताओं ने एक दूसरे की चुटकी भी ली , विरोध के दौरान सभा को सम्बोधित करते हुए पायलट बोले ” प्रताप सिंह जी मंत्री रहे हैं, पूर्व जिलाध्यक्ष रहे हैं. मुझे लगता है कि हम सब लोग सर्वसम्मित से मानते हैं कि प्रताप सिंह आज जूते पहन कर आए हैं. आज पुलिस के सामने जो प्रदर्शन करना है, उसमें हम सबके तरफ से प्रताप सिंह खाचयिवास जी को नॉमिनेट करते हैं. आगे जाए और मजबूती से हमारी बात रख दें. क्या है न प्रताप सिंह जी, समय का पहिया पूरा घूमता है. फिर वही धरना है, फिर वही राजस्थान पुलिस है और फिर वही विरोध का समय है”
अब पायलट के इस बयान के कई सियासी मायने भी निकाले जा रहे है। राजनीतिक जानकार कहते है की पायलट एक बार अपने उस नैरेटिव को साबित करने की कोशिश कर रहे हैं कि उनके ‘संघर्ष’ की वजह से 2018 में कांग्रेस सरकार आई थी।
बताते चले 2013 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को बड़ी शिकस्त का सामना करना पड़ा था। कांग्रेस 200 में से महज़ 21 सीट ही ला पाई थी । इसके बाद पायलट को राजस्थान का प्रदेशाध्यक्ष बनाया गया और 2018 में कांग्रेस सत्ता में आई लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को बना दिया गया। तभी से माना जाता है की राजस्थान कांग्रेस में दो गुट है।