Rajendra Singh Gudha: लाल डायरी वाले पूर्व मंत्री राजेन्द्रसिंह गुढ़ा एक बार फिर सुर्खियो में है। इस बार उनके सुर्खियों में होने की वजह उनका कोई विरोध प्रदर्शन या कोई बयान या कोई डायरी नहीं बल्कि गुढ़ा सहित एक दर्जन लोगों के खिलाफ झुंझुनूं में कान्हा पहाड़ खनन मामले में केस दर्ज हुआ है। लीज धारक श्यामसिंह कटेवा की ओर से इस मामले में रिपोर्ट दर्ज करवाई गई है। इसमें उन्होंने हजारों की रूपए की लूट, जानलेवा हमला, भीड़ एकत्र कर भडक़ाऊ भाषण देना और संपत्ति को नुकसान पहुंचने जैसे कई आरोप लगाए है। झुंझुनूं पुलिस में दी गई रिपोर्ट में लीज धारक ने पूर्व मंत्री पर लीज चलाने के बदले मंथली बंधी मांगने का आरोप भी लगाया है।
वहीं पूर्व मंत्री राजेन्द्रसिंह गुढ़ा तमाम तरह के आरोपों को सिरे खारिज करते हुए बोले कि लीज धारक को जब कुछ नहीं बन पाया तो दबाब बनाने के लिए काफी दिनों केस दर्ज कराया गया। उन्होंने तमाम आरोपों को बेबुनियाद बताया है। कोतवाली थानाधिकारी पवन चौबे का कहना है कि मामला दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच सब इंस्पेक्टर सुरेश रोलन कर रहे हैं।
बता दें कि छह दिसंबर को झुंझुनूं के कान्हा पहाड़ एरिया में लीज धारक के द्वारा किए जा रहे खनन कार्य को रुकवाने के लिए गत 6 दिसंबर को पूर्व मंत्री गुढ़ा के नेतृत्व में प्रदर्शन हुआ था। यहां बड़ी संख्या में लोगों ने खनन रूकवाने के लिए विरोध जताया। लोगों ने कहा कि शहर के बीच में चल रहे इस खनन से ऐसा लग रहा है कि झुंझुनूं शहर में भूंकप आ रहा हो। लोगों ने शहर के बीच में स्थित कान्हा पहाड़ के खनन को गलत ठहराते हुए यह भी सवाल किया कि आखिर प्रदेश सरकार ने इस खनन को मंजूरी क्यों दी। लोगों के प्रदर्शन के बाद प्रशासन बैकफुट पर आया। इस दौरान मौके पर पहुंच पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में खनन कार्य रुकवा दिया। इसके बाद में जिला प्रशासन की ओर से आगामी आदेश तक इस लीज धारक को खनन कार्य नहीं करने के लिए पांबद किया गया था। लेकिन इस मामले ने अब नया मोड़ ले लिया है।