भाजपा ने डांगा को बाहर करने की तैयारी की, एमएलए अनिता जाटव और ऋतु की विधायकी भी खतरे में
Rajasthan Politics: विधायक कोष से काम के बदले रिश्वत मांगने के आरोपों से घिरे भाजपा विधायक रेवंतराम डांगा (Rewant Ram Danga) को पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित करने का लगभग तय कर लिया गया है। वहीं कांग्रेस की विधायक अनिता जाटव (Anita Jatav) और निर्दलीय विधायक ऋतु बानावत (Ritu Banawat) का मामला डांगा के साथ ही विधानसभा की सदाचार समिति कर रही है। जाटव के मामले में अब पार्टी ने सिर्फ उन्हें नोटिस ही इश्यू किया है। बानावत ने पूरे मामले को झूठा बताते हुए मानहानि दायर करने का फैसला किया है।
भाजपा विधायक डांगा को पहले पार्टी ने उनका पक्ष जानने के लिए नोटिस इश्यू किया था। पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ जवाब से संतुष्ट नहीं हुए और मामला अनुशासन समिति को सौंप दिया। समिति ने भी कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है। समिति के अध्यक्ष ओंकार सिंह लखावत हैं, जिन पर किसी सिफारिश का असर नहीं होता है। ना ही किसी के दबाव में आते हैं। करते वो ही हैं, जो सत्य होता है। इससे किसी का कितना भी नुकसान क्यों ना हो। तमाम सबूतों के आधार पर सूत्रों का कहना है कि डांगा का लखावत के हाथों बचना मुश्किल होगा। समिति ने छह साल के लिए पार्टी से बाहर करने का फैसला कर लिया तो यह साफ है कि डांगा की विधायकी भी खत्म होगी। साथ ही अनिता जाटव और ऋतु बानावत को भी विधायकी से हाथ धोना पड़ेगा।
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने कहा था कि हमें विधायक का जवाब मिला, जिससे हम संतुष्ट नहीं है। ऐसे में हमने यह मामला पार्टी की अनुशासन समिति को सौंप दिया है। अनुशासन समिति इस मामले की विस्तृत जांच के बाद रिपोर्ट सौंपेगी, जिस पर हम निर्णय करेंगे। उन्होंने कहा कि हमारे यहां व्यवस्था है, जिसके तहत इस तरह का मामला आने पर हम संबंधित को कारण बताओ नोटिस देते हैं। जवाब आने पर उसकी जांच हमारे स्तर पर की जाती है। जवाब से संतुष्ट नहीं होने पर मामला अनुशासन समिति को सौंपा जाता है, जो तथ्यों के आधार पर मामले की जांच करती है।