Jaipur News : मंगलवार, 24 सितंबर 2024 को केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जयपुर के गांधीनगर रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास कार्यों का निरीक्षण किया। साथ ही ‘रेल रक्षक’ यान का भी अवलोकन किया। भारत के रेलवे इतिहास (Indian Railway History) में यह पहला मौका है, जब 71*48 मीटर के एयर कॉनकोर्स के लिए गर्डर लांचिंग की गई है। मंत्री ने बताया कि, रेलवे स्टेशन पर दोनों प्लेटफार्म को जोड़ने के लिए रूफ प्लाजा का निर्माण किया जा रहा है।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि, भारतीय रेलवे को रिडेवलप (Redevelopment of Indian Railways) करने का प्रधानमंत्री का सपना है। इसी कड़ी में गांधीनगर जयपुर स्टेशन का पुनर्विकास किया जा रहा है, जिससे स्टेशन पर आने वाले यात्रियों को विश्वस्तरीय सुविधाएं मिल सकेगी। इस स्टेशन का कायाकल्प अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत किया जा रहा है। साथ ही इसके आधुनिकीकरण में स्थानीय लोक कला के रंगों का भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
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खर्च होंगे करीब 200 करोड़ रुपये
प्रोजेक्ट रिपोर्ट की मानें तो जयपुर जिले के गांधीनगर रेलवे स्टेशन को रिडेवलप करने में करीब 210.63 करोड़ रुपये खर्च किये जाएंगे। इस खर्च से स्टेशन पर लिफ्ट और एस्केलेटर सुविधाओं के साथ-साथ आगमन और प्रस्थान के लिए अलग-अलग लॉबी तैयार की जानी है। इसके अलावा समुचित और सुव्यवस्थित भूमिगत पार्किंग, नवीनीकरणीय ऊर्जा, वर्षा जल संचयन जैसे संसाधनों से युक्त ग्रीन बिल्डिंग आधारित व्यवस्थाएं और सौर ऊर्जा प्लांट भी लगाया जाएगा।
गांधीनगर रेलवे स्टेशन (Gandhinagar Railway Station) को शहर की समृद्ध विरासत के रंग में ढाला जाएगा। स्टेशन की बिल्डिंग में लोक संस्कृति और स्थानीय विशेषताओं की झलक देखने को मिलेगी। इसमें जाली कार्य, मेहराब, गुंबद, छतरी, झरोखा, बारादरी, अलंकरण, पत्थरों की नक्काशी प्रमुख है।
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