Jaipur: राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का काफिला हादसे का शिकार हो गया. जयपुर में बुधवार दोपहर को हुई इस दुर्घटना में काफिले में तैनात सुरक्षाकर्मियों सहित 9 लोग घायल हो गए, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था. हादसा अक्षय पात्र चौराहे पर हुआ. यहां रॉन्ग साइड से आई एक टैक्सी अर्टिगा गाड़ी ने सीएम के काफिले को टक्कर मार दी. इस दौरान चौराहे पर तैनात ASI सुरेंद्र सिंह ने टैक्सी को रोकने की कोशिश की, तो ड्राइवर ने टक्कर मार दी, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए और इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. गाड़ी के ड्राइवर का नाम पवन कुमार है. वह गल्फ में ड्राइवर का काम करता है. इस हादसे में वह भी गंभीर रूप से घायल है और अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है. वही पुलिस के चार अन्य जवान भी घायल हो गए. सीएम के काफिले से टकराने वाली गाड़ी में सवार दो अन्य लोग भी घायल हो गए. उनका इलाज हो रहा है.
अब हादसे पर नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने सुरक्षा एजेंसी पर सवाल उठाया है. सांसद हनुमान बेनीवाल ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट ‘X’ पर लिखा, “इसमें सुरक्षा एजेंसी की बड़ी लापरवाही है, जिस पर कार्रवाई होनी चाहिए. जयपुर में मुख्यमंत्री के काफिले में हुए हादसे में ASI सुरेंद्र का निधन हो जाना और कुछ पुलिस कार्मिकों के घायल होने की घटना अत्यंत दुःखद है.” उन्होंने आगे लिखा, “मुख्यमंत्री के काफिले में गलत दिशा में एक वाहन का इस प्रकार आकर इतनी बड़ी दुर्घटना कर देना गंभीर मामला है. मुख्यमंत्री के किसी भी दौरे में उनकी सुरक्षा से जुड़ी सम्पूर्ण जिम्मेदारी मुख्यमंत्री सुरक्षा में तैनात आईजी स्तर के अधिकारी की होती है. राज्य के इंटेलिजेंस का जिम्मा होता है, ऐसे में यह घटना सीएम सुरक्षा में तैनात आईजी स्तर के अधिकारी के साथ राज्य की इंटेलिजेंस का बहुत बड़ा फेलियर है. सीएम को तत्काल उनकी सुरक्षा का जिम्मा संभाल रहे, अधिकारी पर कार्रवाई करनी चाहिए. इस पूरे मामले में उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए.”
वही हादसे पर पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने भी जांच की मांग की है. उन्होंने सोशल मीडिया ‘X’ पर लिखा, “मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के काफिले में वाहन दुर्घटना से कई पुलिसकर्मियों और नागरिकों के गंभीर रूप से घायल होने की ख़बर अत्यंत दु:खद है. ईश्वर की कृपा से दुर्घटना में मुख्यमंत्री जी सुरक्षित और सकुशल हैं. मैं घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं. सरकार द्वारा इस हादसे की उच्च अधिकारी से जांच कराई जानी चाहिए.”