Rajasthan Politics: बीते दिनों राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े कोटा में थे। यहां उन्होंने राजस्थान टेक्निकल यूनिवर्सिटी (RTU) के 14वें दीक्षांत समारोह में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने मेधावी छात्र-छात्राओं को पुरस्कार और डिग्री वितरित किये। साथ ही समारोह में शामिल होने वाले सभी स्टूडेंट्स से तकनीकी प्रगति को मानवीय मूल्यों के साथ एकीकृत करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि, ऐसा करने से भारत वैश्विक लीडर के रूप में उभर सकेगा।’
हरिभाऊ बागड़े ने आगे कहा कि, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), मशीन लर्निंग, इंटरनेट और रोबोटिक्स के क्षेत्र में देश तेजी से प्रगति कर रहा है। इसका इस्तेमाल हमें सिर्फ रोजगार प्राप्त करने के लिए नहीं बल्कि ज्ञान बढ़ाने, नवाचार और उद्यमिता के लिए भी करना चाहिए। राज्यपाल ने इस दौरान नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) की तारीफ करते हुए कहा कि, यह छात्रों के समग्र विकास के लिए है और आने वाले 15 सालों में इसके मजबूत परिणाम देखने को मिलेंगे।
आरटीयू के दीक्षांत समारोह में कुल 9521 डिग्रियां और पुरस्कार प्किवितरित किये गए। इसमें एक चांसलर स्वर्ण पदक, एक कुलपति स्वर्ण पदक, शैक्षणिक उत्कृष्टता के लिए 20 स्वर्ण पदक और 36 पीएचडी डिग्रियां भी शामिल हैं।
बागड़े ने बीते दिन कोटा विश्वविद्यालय के प्रथम औद्योगिक शैक्षणिक सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में भी शामिल हुए। वहा बागड़े ने कहा कि ,” पर्यटन आर्थिक विकास के लिए गति देता और भारतीय सभ्यता एवं संस्कृति का सदियों से अहम हिस्सा रहा हैं। उन्होंने भारतीय स्थापत्य कला की प्रशंसा करते हुए कहा कि ,” भारतीय मंदिरो और ऐतिहासिक स्मारकों ने अपनी अनोखी नक्काशी और बेहतरीन शिल्प के कारण वैश्विक स्तर पर पहचान हासिल की है।
राज्यपाल बागड़े ने भारत की वैज्ञानिक और तकनीकी विरासत को यूरोपीय देशों ने अपना बताकर प्रस्तुत करने पर अफसोस जताया। उन्होंने दावा करते हुए की राइट ब्रदर्स से 8 साल पहले 1895 में मुंबई के इंजीनियर शिवकर बापूजी तलपड़े ने पहला हवाई जहाज बनाया था। उन्होंने बताया की तलपड़े संस्कृत के विद्वान थे और उन्होंने महर्षि भारद्वाज की विमानन पर लिखी प्राचीन किताब का अध्ययन किया था।