Jaipur News: जयपुर नगर निगम ग्रेटर और हेरिटेज के स्वच्छता सैनिक लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन भजनलाल सरकार में उन्हें लगातार अनदेखा किया जा रहा है। इस तरह के आरोप स्वच्छता सैनकों ने लगाए है। आज दिनांक 11 नवंबर को नगर निगम जयपुर सफाई कर्मचारी यूनियन के लोगों ने नगरीय विकास मंत्री झाबर सिंह खर्रा के बंगले के बाहर प्रदर्शन किया। उनका कहना है कि, यूनियन का पिछला कार्यकाल 14 सितंबर को ही पूरा हो गया था, लेकिन अभी तक चुनाव नहीं हुए है। इसे लेकर कर्मचारियों में भारी रोष व्याप्त है। नगर निगम प्रशासन व डीएलबी प्रशासन भी कर्मचारियों को कोई स्पष्ट जवाब नहीं दे पा रहे हैं।
विरोध प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों का कहना है कि, कार्यकाल खत्म होने के बाद भी अभी तक पूर्व अध्यक्ष द्वारा जो लेटर पैड काम में ली जाती थी, उसी का इस्तेमाल हो रहा हैं। इस पर रोक लगाई जानी चाहिए क्योंकि ऐसा कर कर्मचारियों के हितों के साथ कुठाराघात किया जा रहा है। आरोप है कि, लेटर पैड का दुरुपयोग कर बार-बार नगर निगम प्रशासन पर दबाव बनाया जा रहा है और उल्टे सीधे कार्य, फर्जी गोदनामे जैसे कामों से भ्रष्टाचार किया जा रहा है।
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि, यूनियन कार्यालय व लेटर पैड के इस्तेमाल पर तुरंत प्रभाव से रोक लगाई जाए। साथ ही अतिशीघ्र चुनाव अधिसूचना जारी करवाई जाए। इसके अलावा प्रदर्शनकारियों का कहना है कि, नगर निगम, परिषद, पालिकाओं में कार्यरत सफाई कर्मचारियों का पे ग्रेड मात्र 1700 रुपये है, जिस पर सरकारी बैंकों से लोन भी उपलब्ध नहीं हो पाता है। इसलिए इस ग्रेड पे को बढ़ाकर 1700 से ₹2400 किया जावें।
बेरोजगार साथियों की मांग
प्रदेश के समस्त स्वच्छता सैनिक एवं बेरोजगार साथी मान कर रहे है कि, सफाई कर्मचारी भर्ती में स्वायत शासन विभाग द्वारा अनुभव प्रमाण पत्र में सक्षम अधिकारी की बाध्यता लगाई गई है, उसको हटाया जाए और पूर्व की भांति ही संवेदकों, हॉस्पिटल्स, होटल्स, कॉम्प्लेक्स, सरकारी एवं अर्धसरकारी विभागों के द्वारा जारी अनुभव प्रमाण पत्र को लागू किया जाए। साथ ही बेरोजगारों के निरस्त किये 9 लाख आवेदनों को फिर से बहाल कर भर्ती प्रक्रिया में शामिल करें।